आर एस राणा
नई दिल्ली। प्री-मानसून के साथ ही मानसून की बारिश भी सामान्य से 35 फीसदी कम होने के कारण चालू खरीफ में फसलों की बुआई 15.46 फीसदी पिछे चल रही है। कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही दलहन, तिलहन, मोटे अनाज और कपास की बुआई में कमी आई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू खरीफ सीजन में मानसूनी बारिश पहली जून से 28 जून तक देशभर में सामान्य से 35 फीसदी कम हुई है। इस दौरान देशभर में 151.2 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू सीजन में अभी तक केवल 97.9 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। देश के कई राज्यों में प्री-मानसून की बारिश भी कम हुई है, अत: मानसून की बारिश भी कम होने के कारण किसान खरीफ फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक 146.61 लाख हेक्टयेर में ही खरीफ फसलों की बुआई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 162.07 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।
धान के साथ ही मोटे अनाज की बुवाई घटी
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 27.09 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.12 लाख हेक्टेयर में रोपाई हो चुकी थी। दालों की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 3.42 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 8.86 लाख हेक्टेयर में खरीफ दालों की बुआई हो चुकी थी। मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल के 21.41 लाख हेक्टेयर की तुलना में चालू खरीफ में अभी तक केवल 19.12 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। मोटे अनाजों में मक्का की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 11.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.17 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
कपास के साथ ही गन्ने की बुआई कम
तिलहन की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.43 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 14.08 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। कपास की बुआई भी चालू खरीफ में पिछले साल के 32.20 लाख हेक्टेयर से घटकर केवल 27.08 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है। गन्ने की बुआई चालू खरीफ में 49.81 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 51.27 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।..... आर एस राणा
नई दिल्ली। प्री-मानसून के साथ ही मानसून की बारिश भी सामान्य से 35 फीसदी कम होने के कारण चालू खरीफ में फसलों की बुआई 15.46 फीसदी पिछे चल रही है। कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही दलहन, तिलहन, मोटे अनाज और कपास की बुआई में कमी आई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू खरीफ सीजन में मानसूनी बारिश पहली जून से 28 जून तक देशभर में सामान्य से 35 फीसदी कम हुई है। इस दौरान देशभर में 151.2 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू सीजन में अभी तक केवल 97.9 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। देश के कई राज्यों में प्री-मानसून की बारिश भी कम हुई है, अत: मानसून की बारिश भी कम होने के कारण किसान खरीफ फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक 146.61 लाख हेक्टयेर में ही खरीफ फसलों की बुआई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 162.07 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।
धान के साथ ही मोटे अनाज की बुवाई घटी
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 27.09 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.12 लाख हेक्टेयर में रोपाई हो चुकी थी। दालों की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 3.42 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 8.86 लाख हेक्टेयर में खरीफ दालों की बुआई हो चुकी थी। मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल के 21.41 लाख हेक्टेयर की तुलना में चालू खरीफ में अभी तक केवल 19.12 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। मोटे अनाजों में मक्का की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 11.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.17 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
कपास के साथ ही गन्ने की बुआई कम
तिलहन की बुआई चालू खरीफ में अभी तक केवल 13.43 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 14.08 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। कपास की बुआई भी चालू खरीफ में पिछले साल के 32.20 लाख हेक्टेयर से घटकर केवल 27.08 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है। गन्ने की बुआई चालू खरीफ में 49.81 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 51.27 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।..... आर एस राणा
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