आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी बारिश दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के कई भागों के साथ ही पांडिचेरी सहित पूरे आंध्रप्रदेश, तेलंगान के अधिकांश भागों के अलावा छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ भागों में पहुंच गई है। मानसून के आगे बढ़ने से खरीफ फसलों की बुवाई में भी सुधार आने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तमिलनाडु के बाकी भागों, बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ और हिस्सों सहित बिहार, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति के लिए स्थितियां अनुकूल हो रही है। अगले 72 घंटों में मानूसन के महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के साथ ही विदर्भ के कई हिस्सों सहित, पूर्व मध्य प्रदेश और पूर्व उत्तर प्रदेश के पहुंंचने का अनुमान है।
मॉनसून ने फिर से पकड़ी रफ्तार
मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2019 लंबे समय से दक्षिण भारत में डेरा जमाये हुए था, जिस कारण मॉनसून सामान्य से कई दिन पिछे हो गया है। हालांकि अब स्थितियाँ बदली हुई दिखाई दे रही हैं क्योंकि बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, इस सिस्टम के चलते मॉनसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है।
अभी तक सामान्य से देशभर में 42 फीसदी कम हुई है बारिश
आईएमडी के अनुसार चालू मानूसनी सीजन में पहली जून से 21 जून तक देशभर में सामान्य से 42 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान महाराष्ट्र में सामान्य से 69 फीसदी, मध्य प्रदेश में 56 फीसदी तथा छत्तीसगढ़ में 42 फीसदी, गुजरात में 33 फीसदी कम बारिश हुई है। उत्तर प्रदेश में इस दौरान 78 फीसदी बारिश सामान्य से कम हुई है, जबकि उत्तराखंड में 56 फीसदी, हरियाणा में 35 फीसदी, पंजाब में 28 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 35 फीसदी कम बारिश हुई है। हालांकि राजस्थान में इस दौरान जरुर सामान्य से 16 फीसदी बारिश ज्यादा हुई है।
दक्षिण के साथ ही पूर्वोत्तर में बारिश सामान्य से कम
दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना में चालू सीजन मानसूनी सीजन में सामान्य से 48 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि आंध्रप्रदेश में भी 48 फीसदी, तमिलनाडु में 36 फीसदी, कर्नाटक में 35 फीसदी और केरल में भी 39 फीसदी बारिश कम हुई है। पूर्वोतर भारत के राज्यों अरूणाचल प्रदेश में इस दौरान सामान्य से 41 फीसदी, असम में 46 फीसदी, मेघालय में 44 फीसदी तो मणिपुर में 60 फीसदी बारिश कम हुई है। झारखंड और पश्चिमी बंगला में इस दौरान सामान्य से क्रमश: 69 और 57 फीसदी बारिश कम हुई है। बिहार में चालू मानसूनी सीजन में अभी तक सामान्य से 55 फीसदी बारिश कम हुई है। ...............आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी बारिश दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के कई भागों के साथ ही पांडिचेरी सहित पूरे आंध्रप्रदेश, तेलंगान के अधिकांश भागों के अलावा छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ भागों में पहुंच गई है। मानसून के आगे बढ़ने से खरीफ फसलों की बुवाई में भी सुधार आने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तमिलनाडु के बाकी भागों, बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ और हिस्सों सहित बिहार, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति के लिए स्थितियां अनुकूल हो रही है। अगले 72 घंटों में मानूसन के महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के साथ ही विदर्भ के कई हिस्सों सहित, पूर्व मध्य प्रदेश और पूर्व उत्तर प्रदेश के पहुंंचने का अनुमान है।
मॉनसून ने फिर से पकड़ी रफ्तार
मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2019 लंबे समय से दक्षिण भारत में डेरा जमाये हुए था, जिस कारण मॉनसून सामान्य से कई दिन पिछे हो गया है। हालांकि अब स्थितियाँ बदली हुई दिखाई दे रही हैं क्योंकि बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, इस सिस्टम के चलते मॉनसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है।
अभी तक सामान्य से देशभर में 42 फीसदी कम हुई है बारिश
आईएमडी के अनुसार चालू मानूसनी सीजन में पहली जून से 21 जून तक देशभर में सामान्य से 42 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान महाराष्ट्र में सामान्य से 69 फीसदी, मध्य प्रदेश में 56 फीसदी तथा छत्तीसगढ़ में 42 फीसदी, गुजरात में 33 फीसदी कम बारिश हुई है। उत्तर प्रदेश में इस दौरान 78 फीसदी बारिश सामान्य से कम हुई है, जबकि उत्तराखंड में 56 फीसदी, हरियाणा में 35 फीसदी, पंजाब में 28 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 35 फीसदी कम बारिश हुई है। हालांकि राजस्थान में इस दौरान जरुर सामान्य से 16 फीसदी बारिश ज्यादा हुई है।
दक्षिण के साथ ही पूर्वोत्तर में बारिश सामान्य से कम
दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना में चालू सीजन मानसूनी सीजन में सामान्य से 48 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि आंध्रप्रदेश में भी 48 फीसदी, तमिलनाडु में 36 फीसदी, कर्नाटक में 35 फीसदी और केरल में भी 39 फीसदी बारिश कम हुई है। पूर्वोतर भारत के राज्यों अरूणाचल प्रदेश में इस दौरान सामान्य से 41 फीसदी, असम में 46 फीसदी, मेघालय में 44 फीसदी तो मणिपुर में 60 फीसदी बारिश कम हुई है। झारखंड और पश्चिमी बंगला में इस दौरान सामान्य से क्रमश: 69 और 57 फीसदी बारिश कम हुई है। बिहार में चालू मानसूनी सीजन में अभी तक सामान्य से 55 फीसदी बारिश कम हुई है। ...............आर एस राणा
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