आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों को गेहूं पर बोनस दिए जाने के बाद भी मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद पिछले साल की तुलना में कम हुई है लेकिन छत्तीसगढ़ से धान की खरीद में जरुर बढ़ोतरी दर्ज की गई। मध्य प्रदेश से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद पिछले साल की तुलना में 5.88 फीसदी कम होकर केवल 67.25 लाख टन की ही हुई है।
मध्य प्रदेश सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए गेहूं की खरीद पर किसानों को 160 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देकर 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की है। बोनस दिए जाने के बाद भी चालू रबी में राज्य से समर्थन मूल्य पर केवल 67.25 लाख टन गेहूं की खरीद ही हुई, जबकि पिछले रबी में राज्य से 73.13 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। चालू रबी में राज्य से गेहूं की खरीद का लक्ष्य 75 लाख टन का तय किया था।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने किसानों से धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की थी, जिससे खरीफ विपणन सीजन 2017-18 में चावल की खरीद बढ़कर 40.80 लाख टन की हुई जबकि इसके पिछले साल राज्य से समर्थन मूल्य पर केवल 32.55 लाख टन चावल ही खरीदा गया था। राज्य की कांग्रेस सरकार ने किसानों से धान की खरीद समर्थन मूल्य से 42.85 फीसदी अधिक दाम पर की।
छत्तीसढ़ सरकार ने धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर की
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2017-18 के लिए धान का एमएसपी 1,750 और 1,770 रुपये प्रति क्विंटल किया था, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों से धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की। गेहूं का एमएसपी पर चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए केंद्र सरकार ने 1,840 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों से 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की है।
गेहूं के साथ ही चावल का रिकार्ड उत्पादन अनुमान
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में गेहूं का रिकार्ड 10.12 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 9.98 करोड़ टन का हुआ था। चावल का उत्पादन भी चालू फसल सीजन में रिकार्ड 11.56 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 11.27 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों को गेहूं पर बोनस दिए जाने के बाद भी मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद पिछले साल की तुलना में कम हुई है लेकिन छत्तीसगढ़ से धान की खरीद में जरुर बढ़ोतरी दर्ज की गई। मध्य प्रदेश से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद पिछले साल की तुलना में 5.88 फीसदी कम होकर केवल 67.25 लाख टन की ही हुई है।
मध्य प्रदेश सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए गेहूं की खरीद पर किसानों को 160 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देकर 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की है। बोनस दिए जाने के बाद भी चालू रबी में राज्य से समर्थन मूल्य पर केवल 67.25 लाख टन गेहूं की खरीद ही हुई, जबकि पिछले रबी में राज्य से 73.13 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। चालू रबी में राज्य से गेहूं की खरीद का लक्ष्य 75 लाख टन का तय किया था।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने किसानों से धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की थी, जिससे खरीफ विपणन सीजन 2017-18 में चावल की खरीद बढ़कर 40.80 लाख टन की हुई जबकि इसके पिछले साल राज्य से समर्थन मूल्य पर केवल 32.55 लाख टन चावल ही खरीदा गया था। राज्य की कांग्रेस सरकार ने किसानों से धान की खरीद समर्थन मूल्य से 42.85 फीसदी अधिक दाम पर की।
छत्तीसढ़ सरकार ने धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर की
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2017-18 के लिए धान का एमएसपी 1,750 और 1,770 रुपये प्रति क्विंटल किया था, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों से धान की खरीद 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की। गेहूं का एमएसपी पर चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए केंद्र सरकार ने 1,840 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों से 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की है।
गेहूं के साथ ही चावल का रिकार्ड उत्पादन अनुमान
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में गेहूं का रिकार्ड 10.12 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 9.98 करोड़ टन का हुआ था। चावल का उत्पादन भी चालू फसल सीजन में रिकार्ड 11.56 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 11.27 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था।...... आर एस राणा
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