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23 जून 2019

धान के साथ ही मोटे अनाज, दलहन और कपास की बुवाई पिछे

आर एस राणा
नई दिल्ली। प्री-मानसून के साथ ही मानसून की बारिश सामान्य से कम होने के कारण खरीफ फसलों की बुवाई पिछे चल रही है। कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही दलहन, तिलहन, मोटे अनाज और कपास की बुवाई पिछड़ी है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक 90.62 लाख हेक्टयेर में ही खरीफ फसलों की बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 103.55 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। देशभर में अभी तक मानसूनी बारिश सामान्य से 42 फीसदी कम हुई है, हालांकि अब मानसून ने दोबारा तेजी पकड़ी है, इसलिए आगे खरीफ फसलों की बुवाई में भी तेजी आने का अनुमान है।
धान की रोपाई पिछे, मोटे अनाजों की बुवाई भी कम
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 6.30 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 9.24 लाख हेक्टेयर में रोपाई हो चुकी थी। दालों की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 1.70 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.38 लाख हेक्टेयर में खरीफ दालों की बुवाई हो चुकी थी। मोटे अनाजों की बुवाई पिछले साल के 9.58 लाख हेक्टेयर की तुलना में चालू खरीफ में अभी तक केवल 7.40 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। मोटे अनाजों में मक्का की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 4.82 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 6.20 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
कपास के साथ ही गन्ने की बुवाई कम
तिलहन की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 1.60 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.47 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। कपास की बुवाई भी चालू खरीफ में पिछले साल के 20.68 लाख हेक्टेयर से घटकर केवल 18.18 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है। गन्ने की बुवाई चालू खरीफ में 49.35 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 50.68 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।... आर एस राणा

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