07 फ़रवरी 2013
रबर कीमतें तीन साल के निचले स्तर पर
प्राकृतिक रबर (एनआर) की कीमतों में गिरावट बरकरार है और तीन साल के बाद ये कीमतें गिर कर 160 रुपये से नीचे आ गई हैं। हाल के वर्षों में वाहन खंड, खासकर ट्रक और बस में मंदी की वजह से रबर की कीमतों में गिरावट आई है। पिछले तीन महीनों में एनआर उत्पादन में वृद्घि की वजह से भी कीमतों में यह ताजा गिरावट देखने को मिली है। बेंचमार्क ग्रेड आरएसएस-4 की स्थानीय कीमतें आज गिर कर 157 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गईं। हालांकि अंतरराष्ट्रीय कीमतें भारतीय रबर कीमतों की तुलना में काफी ऊपर हैं। बैंकॉक बाजार में आज ये कीमतें 178 रुपये प्रति किलोग्राम पर रहीं। एक साल पहले स्थानीय कोट्टायम बाजार आरएसएस-4 के लिए 188 रुपये प्रति किलोग्राम पर था। फरवरी 2011 में औसतन कीमतें 221 रुपये और फरवरी 2010 में 160 रुपये पर थीं।
इंटरनैशनल रबर स्टडी गु्रप (आईआरएसजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से दिसंबर 2012 की अवधि के दौरान वैश्विक रूप से रबर उत्पादन 3.2 फीसदी बढ़ा जबकि खपत में 1.1 फीसदी की कमी दर्ज की गई। आर्थिक मंदी की वजह से अमेरिका और यूरोपीय संघ में एनआर की खपत काफी घटी है। वहीं चीन में खपत में वृद्घि भी धीमी रही है।
आईआरएसजी के अनुमानों के अनुसार वर्ष 2012 में 460,000 टन के अधिशेष के साथ एनआर का वैश्विक उत्पादन और खपत 1.141 करोड़ और 1.095 करोड़ टन पर रहने का अनुमान है। 2013 में यह आंकड़ा 179,000 टन के अधिशेष के साथ क्रमश: 1.177 करोड़ टन और 1.159 करोड़ टन रहेगा। विश्लेषकों के अनुसार कुल मिला कर वैश्विक बाजार में रुझान सुस्त बना हुआ है और इसलिए कीमतें अगले कुछ वर्षों के दौरान निचले सतर पर बनी रहेंगी। वैश्विक आर्थिक मंदी की वजह से एनआर की मांग चालू वर्ष में भी धीमी रहेगी।
अप्रैल-दिसंबर 2012 के दौरान एनआर का घरेलू उत्पादन लगभग 693,200 टन रहा है। इस अवधि के दौरान खपत 742,330 टन थी जो पूर्ववर्ती वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.2 फीसदी की वृद्घि है। रबर बोर्ड की चेयरमैन शीला थॉमस ने कहा कि हालांकि नवंबर और दिसंबर के दौरान प्राकृतिक रबर की खपत 4 और 8 फीसदी तक घटी। उन्होंने कहा कि मांग-आपूर्ति के बीच संबंध के अलावा कीमतें कई अन्य कारकों से भी प्रभावित हुई हैं जिनमें मौसम, मुद्रा विनिमय दर, तेल कीमतें, प्रमुख देशों में नीतिगत बदलाव आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें