20 फ़रवरी 2013
देशभर में 440 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद
राज्यों की भूमिका
मध्य प्रदेश में गेहूं खरीद 53 फीसदी बढ़कर 130 लाख टन संभव
150 रुपये प्रति क्विंटल बोसन देने से बंपर खरीद होने के आसार
पंजाब में खरीद 128.34 लाख टन से बढ़कर 140 लाख टन होगी
हरियाणा में खरीद घटकर 78 लाख टन होने का अनुमान
नए सीजन में 15% ज्यादा गेहूं की खरीद का अनुमान
रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की सरकारी खरीद में 15.3 फीसदी का इजाफा होने का अनुमान है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार पहली अप्रैल से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन में 440.06 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य है।
हालांकि केंद्रीय पूल में खाद्यान्न के मौजूदा स्टॉक और भंडारण की स्थिति को देखते हुए समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले गेहूं के भंडारण के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार रबी विपणन सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 440.06 लाख टन गेहूं की खरीद होने का अनुमान है जो पिछले विपणन सीजन के 381.48 लाख टन से 15.3 फीसदी ज्यादा है।
गेहूं की खरीद में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी मध्य प्रदेश में 53 फीसदी होने की संभावना है। विपणन सीजन 2012-13 में मध्य प्रदेश से 84.93 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था जबकि नए विपणन सीजन में खरीद 130 लाख टन की होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश सरकार रबी विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की खरीद पर किसानों को 150 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देगी जिससे गेहूं की खरीद में भारी बढ़ोतरी की संभावना है।
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2013-14 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,350 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है जबकि मध्य प्रदेश के गेहूं किसानों से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की जायेगी।
पहली अप्रैल से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन में पंजाब में गेहूं की खरीद 128.34 लाख टन से बढ़कर 140 लाख टन, राजस्थान में 19.64 लाख टन से बढ़कर 25 लाख टन और बिहार से 7.72 लाख टन से बढ़कर 15 लाख टन होने का अनुमान है।
गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में गेहूं की खरीद में मामूली कमी आकर 50 लाख टन होने का अनुमान है जबकि विपणन सीजन 2012-13 में 50.63 लाख टन की खरीद हुई थी।
हरियाणा में खरीद पिछले साल के 86.65 लाख टन से घटकर 78 लाख टन होने का अनुमान है। केंद्रीय पूल में पहली फरवरी को 661.93 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद है जिसमें 308.09 लाख टन गेहूं और 353.84 लाख टन चावल है।
एफसीआई और राज्य सरकार की एजेंसियों को मिलाकर कुल खाद्यान्न भंडारण क्षमता 710 लाख टन है जबकि खरीफ चावल की खरीद पहले से जारी है। ऐसे में पहली अप्रैल से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन में समर्थन मूल्य पर खरीद जाने वाले गेहूं के भंडारण के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ेगी। (Business Bhaskar)
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