21 फ़रवरी 2013
गैर-बासमती चावल का निर्यात 92 लाख टन के पार
गैर-बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 92.84 लाख टन हो गया है। वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार अप्रैल से दिसंबर 2012 के दौरान गैर-बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के आधार पर 150.62 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल 10,931.72 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गैर-बासमती चावल में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है।
सरकार ने 9 सितंबर 2011 को गैर-बासमती चावल के निर्यात पर लगी रोक को हटाया था। अत: 9 सितंबर 2011 से 24 जनवरी 2013 तक 92.84 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हो चुका है।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार मूल्य के आधार पर अप्रैल से दिसंबर 2012 के दौरान गैर-बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 10,931.72 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 4,361.78 करोड़ रुपये का हुआ था।
बासमती चावल का निर्यात मूल्य के आधार पर अप्रैल से दिसंबर 2012 के दौरान 18 फीसदी बढ़कर 12,929.71 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि अप्रैल से दिसंबर 2011 के दौरान 10,927.70 करोड़ रुपये का बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
खुरानिया एग्रो के प्रबंधक रामविलास खुरानिया ने बताया कि निर्यातकों की मांग बढऩे से घरेलू बाजार में गैर-बासमती चावल की कीमतों में पिछले दो-तीन महीनों में 150 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है।
दिल्ली बाजार में परमल रॉ चावल का दाम बढ़कर 2,150-2,250 रुपये, परमल वंड चावल का दाम 2,425-2,475 रुपये, सेला का दाम 3,500 से 3,600 रुपये और आईआर-8 चावल का दाम 1,750-1,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। (Business Bhaskar)
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