22 फ़रवरी 2013
मंूगफली निर्यातकों ने बनाया नया संघ
मूंगफली और उसके उत्पादों के नए निर्यात नियमों को लेकर शुरू हुआ विरोध तूल पकड़ रहा है। मूंगफली निर्यातकों, प्रसंस्करण कंपनियों, किसानों और आपूर्तिकर्ताओं ने भारतीय मूंगफली संघ (आईपीए) बनाने की घोषणा की है। यह संघ कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के नए नियमों का कानूनी विरोध करने के साथ-साथ मूंगफली उद्योग के अन्य मसले भी उठाएगा।
एफ्लाटॉक्सिन के नियंत्रण के जरिये एपीडा ने मूंगफली और मूंगफली उत्पादों के निर्यात के लिए नए नियम जारी किए हैं और 9 जनवरी को तीसरे संशोधन के मुताबिक सभी मूंगफली प्रसंस्करण इकाइयों के लिए केंद्रीय संस्था से पंजीकृत होना जरूरी कर दिया है। संघ के संस्थापक और चेन्नई की एग्रोक्रॉप्स एक्जिम के निदेशक श्रवणन एल कहते हैं, 'मूंगफली उद्योग के दिग्गज और कई अपंजीकृत संघ नई संस्था के बैनर तले आ गए हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हुई और अब तक करीब 700 लोग सदस्य बन चुके हैं। अकेले गुजरात से ही 300 लोगों ने सदस्यता ली है।Ó
उन्होंने कहा, 'यह संघ एपीडा और आईओपीईपीसी के खिलाफ कानूनी लड़ाई आगे बढ़ाएगा।Ó 1 फरवरी को मद्रास उच्च न्यायालय ने मूंगफली और इसके उत्पादों के निर्यात संबंधी एपीडा के नए नियमों पर अंतरिम रोक लगा दी थी। एग्रोक्रॉप्स की याचिका पर अदालत ने यह आदेश दिया है। (BS Hindi)
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