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07 मई 2021

दाल मिलों की कमजोर मांग से से मुंबई में उड़द, चना और काबूली चना मंदा, अरहर और मसूर स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने से शुक्रवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में उड़द के साथ ही चना और काबूली चना की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई जबकि अरहर और मसूर के दाम स्थिर बने रहे।

वर्तमान हालात में, देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन की वजह से दालों में मांग सीमित ही बनी है, क्योंकि कोरोना के मामले में लगातार वृद्धि हो रही है। होटल, रेस्त्रां तथा सड़क किनारे खानपान वाली जगह बंद होने के कारण दालों खुदरा मांग बुरी तरह से प्रभावित हुई है। अगले दो सप्ताह में मांग में सुधार की संभावना नहीं है क्योंकि कोरोना ​​के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है और कई राज्य लॉकडाउन बढ़ा रहे हैं। हाजिर मंडियों में साबूत दालों की आवक कम हो रही है, क्योंकि देशभर की मंडियां या तो लॉकडाउन के कारण बंद हैं, या फिर व्यापारियों ने बंद कर रखी हैं।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से उड़द एफएक्यू नई और पुरानी की कीमतों में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,300 और 7,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि, ट्रेडर्स-मिलर्स को आयात लाइसेंस के आवंटन में देरी होने की आशंका है क्योंकि उच्च न्यायालय द्वारा स्टे आर्डर जारी किया हुआ है। हालांकि व्यापारिक सूत्रों के अनुसार एक पखवाड़े के भीतर DGFT द्वारा आयात लाइसेंस आवंटित किए जाने की उम्मीद है।

बढ़े भाव में मांग कमजोर होने से तंजानिया लाईन के चना के साथ-साथ सूडान और रूस के काबुली चना में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।

लेमन अरहर के दाम मुंबई में 6,550 रुपये और अरुषा अरहर के भाव 6,200 से 6,225 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

कनाडा की मसूर के दाम कांडाला बंदरगाह पर 6,200 से 6,225 रुपये, हजिरा पर 6,300 रुपये और मुंद्रा पर 6,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर मई वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 53 रुपये की गिरावट आई, जबकि जुलाई वायदा अनुबंध में इसके भाव में 51 रुपये का मंदा आया।

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