नई दिल्ली। अप्रैल में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 32 फीसदी बढ़कर 1,053,347 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल अप्रैल में इनका आयात 798,715 टन का ही हुआ था। चालू तेल वर्ष 2020-21 नवंबर-20 से अक्टूबर-21 की पहली छमाही नवंबर-20 से अप्रैल-21 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 1.7 फीसदी बढ़कर 6,428,350 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की पहली छमाही में इनका आयात 6,317,928 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार अप्रैल में खाद्य तेलों का आयात 1,029,912 टन का हुआ है जबकि 23,435 टन अखाद्य तेलों का आयात हुआ है जबकि मार्च 2021 में खाद्य तेलों का आयात 957,633 टन का ही हुआ था, इस दौरान अखाद्य तेलों का आयात 22,610 टन का हुआ था। सूरजमुखी तेल की उच्च कीमत ने इसके आयात को हतोत्साहित किया, जबकि सोयाबीन तेल ने समान स्तर बनाए रखा है। हालांकि, चालू तेल वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान नवंबर से अप्रैल के दौरान क्रूड पाम ऑयल का आयात 28.2 लाख टन से बढ़कर 36.8 लाख टन हो गया। सीपीओ के निर्यात में मलेशिया की हिस्सेदारी 5.01 लाख टन से बढ़कर 19.5 लाख टन हो गई है, जबकि इंडोनेशिया का हिस्सा पिछले तेल वर्ष की इसी अवधि में 23.1 लाख टन से घटकर 16.9 लाख टन रह गया।
एसईए के अनुसार मार्च के मुकाबले अप्रैल में आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में भारी तेजी आई है। अप्रैल में आरबीडी पॉमोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर पहुंच 1,115 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि मार्च में इसका दाम 1,075 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव मार्च के 1,126 डॉलर से बढ़कर अप्रैल में 1,173 डॉलर प्रति टन हो गया। क्रुड सोयाबीन तेल का भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल में बढ़कर 1,290 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि मार्च में इसका दाम 1,266 डॉलर प्रति टन था।
12 मई 2021
खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात अप्रैल में 32 फीसदी बढ़ा, पहली छमाही में 1.7 फीसदी ज्यादा
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