नई दिल्ली। निर्यात मांग कमजोर होने के कारण गुरुवार को बर्मा दाल बाजार में प्रमुख दालों की कीमतें स्थिर बनी रही।
हालांकि, भारत में ट्रेडर्स-मिलर्स को आयात लाइसेंस के आवंटन में देरी होने की आशंका है।
मद्रास
उच्च न्यायालय ने वित्त वर्ष 2021-22, के लिए अरहर, उड़द, मूंग दलहन आयात
पर 28 जून, 2021 तक डीजीएफटी के आयात कोटा पर स्टे दे रखा है, यह स्टे
डीजीएफटी के ट्रेडर्स एंड लॉटरी सिस्टम पॉलिसी के खिलाफ है।
स्थानीय
व्यापारी के अनुसार, अरहर का स्टॉक लगभग 2.5 लाख टन है। इसमें 50,000 टन
पुरानी अरहर के साथ ही 2 लाख टन नई अरहर का स्टॉक है। उरद के स्टॉक लगभग 6
लाख टन का है, जिसमें 1.5 लाख टन पुराना है।
इस बीच, भारत से कोई
भी व्यापार नहीं हुआ क्योंकि मिलर्स-व्यापारी सरकार से आयात लाइसेंस के
आवंटन की प्रतीक्षा कर रहे थे। हालांकि, बर्मा में कोई भी विक्रेता कम दरों
पर बिकवाली करते नहीं देखा गया।
06 मई 2021
निर्यात मांग कमजोर होने से बर्मा में दलहन की कीमतें स्थिर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें