नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने से मंगलवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में उड़द के साथ ही चना और काबूली चना की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई जबकि अरहर के साथ ही मसूर के दाम स्थिर बने रहे।
कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए, देश के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लागू होने की वजह से दालों में आपूर्ति बाधिात हो रही है, इससे भविष्य में दालों की उपलब्धता में कमी आने की आशंका है। लॉकडाउन होने के कारण दालों खुदरा मांग प्रभावित हुई है।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से उड़द एफएक्यू नई और पुरानी की कीमतों में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव 7,500 और 7,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की बची हुई 1.50 लाख टन उड़द के आयात की समयसीमा को बढ़ाकर 15 मई 2021 कर दिया है। पहले इसे अप्रैल 2021 तक बढ़ाया था।
बढ़े भाव में मांग कमजोर होने से तंजानिया लाईन के चना के साथ-साथ सूडान और रूस के काबुली चना में 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
लेमर अरहर के दाम मुंबई में 6,600 रुपये और अरुषा अरहर के 6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
कनाडा की मसूूर के दाम मुंद्रा बंदरगाह पर 6,400 रुपये, हजिरा 6,450 रुपये ओर कांडला पर 6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर मई वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 12 रुपये का सुधार आया, जबकि जून वायदा अनुबंध में इसके भाव में 1 रुपये की तेजी आई।
11 मई 2021
मिलों की कमजोर मांग से मुंबई में उड़द, चना और काबूली चना मंदा, अरहर के साथ मसूर स्थिर
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