नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से सोमवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में अरहर और उड़द के साथ ही कनाडा एवं आस्ट्रेलियाई मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
सरकार द्वारा हाल ही में दालों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए उठाए गए कदमों के बाद से दलहन उद्योग में घबराहट देखी जा रही है। साबुत दालों के साथ-साथ ही प्रोसेस दाल की कीमतों में भी कमी आई है। जबकि पहले से ही, बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण, कई प्रमुख खपत केंद्रों पर पूर्ण लॉकडाउन के कारण दाल की मांग में गिरावट आई थी। दालों में थोक साथ ही खुदरा में ग्राहकी सामान्य के मुकाबले कमजोर है।
आयातित हाजिर स्टॉक कम होने के बावजूद भी दाल मिलों की कमजोर मांग से मुंबई में लेमन अरहर की कीमतों में 50 रुपये का मंदा आकर भाव 6,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, इस बीच, आगे के व्यापार में, भारतीय खरीदार बर्मा से नई अरहर 2021 की खरीद कर रहे है, जिसके जून डिलीवरी और जुलाई शिपमेंट के भाव क्रमश: 6,150-6,250 रुपये प्रति क्विंटल हैं।
मिलों की मांग कमजोर होने के कारण बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी की कीमतों में 100-100 रुपये की गिरावट आकर भा क्रमश: 6,700 रुपये और 6,600 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गए। इस बीच आयात में अच्छे पड़ते लग रहे हैं तथा भारतीय खरीदार बर्मा से उड़द की जून और जुलाई शिपमेंट की खरीद सस्ते भाव पर कर रहे हैं।
कनाडा लाईन की मसूर के दाम मुंबई, कांडला, मुंद्रा और हजीरा बंदरगाह के साथ ऑस्ट्रेलिया की मसूर के भाव में मिलों की मांग कमजोर बनी रहने से 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई। बाजार में व्यापारी इस समय देखो और प्रतीक्षा करों की नीति अपना रहे हैं, क्योंकि बाजार में इस बात का डर है कि कहीं सरकार जल्द ही मसूर पर आयात शुल्क कम कर सकती है या समाप्त कर सकती है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जून वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 37 रुपये की नरमी आई, जबकि जुलाई वायदा अनुबंध में इसके भाव में 36 रुपये का मंदा आया।
24 मई 2021
अरहर, उड़द के साथ ही मसूर के दाम मुंबई में कमजोर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें