नई दिल्ली। चना में दाल मिलों की कमजोर मांग जारी रहने से दिल्ली में 25 रुपये की गिरावट आकर राजस्थानी चना का भाव 5,575 से 5,600 रुपये और मध्य प्रदेश के चना का दाम 5,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
निकट भविष्य में आयातित माल नहीं आने एवं दाल मिलों की मांग बढ़ने से शनिवार को बर्मा उड़द के भाव चेन्नई, मुंबई और कोलकाता में 50 से 150 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए।
उड़द के आयात में देरी की आशंका है, क्योंकि मद्रास उच्च न्यायालय ने 28 जून, 2021 तक डीजीएफटी द्वारा दलहन के आयात कोटा लाइसेंस के खिलाफ स्टे आर्डर दिया है। हालांकि व्यापारिक सूत्रों के अनुसार एक पखवाड़े के भीतर DGFT आयात लाइसेंस आवंटित कर सकती है।
उड़द दाल में थोक एवं खुदरा बाजार में आज अच्छी मांग देखी गई। मिलों की सीमित मांग बनी रहने से बारसी, जलगांव, इंदौर और जयपुर बाजार में गुणवत्ता के अनुसार देसी उड़द के दाम लगभग स्थिर बने रहे।
बर्मा स्थित स्थानीय व्यापारी के अनुसार, बर्मा में उड़द का 6 लाख टन का स्टॉक है, जिसमें से 1.50 लाख टन पुरानी फसल का है। इस बीच, भारत से कोई भी व्यापार नहीं हुआ क्योंकि मिलर्स-व्यापारी सरकार से आयात लाइसेंस के आवंटन की प्रतीक्षा कर रहे है। हालांकि, बर्मा में कोई भी विक्रेता कम दरों पर बिकवाल नहीं देखा गया।
कनाडा की मसूर के भाव मुंबई, कोलकाता, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम मुंबई में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए। मध्य प्रदेश के इंदौर बाजार में मिलों की हाजिर मांग बढ़ने ऐ देसी मसूर की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 6,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मसूर दाल में ग्राहकी अच्छी होने से इसकी कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 7,350 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
08 मई 2021
चना की कीमतोंं में नरमी, बर्मा उड़द के साथ ही मसूर के दाम तेज
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