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05 मई 2021

देसी के साथ ही आयातित अरहर की कीमतों में नरमी, चना और मसूर में सुधार

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से प्रमुख बाजारों में देसी अरहर की कीमतों में बुधवार को क्वालिटीनुसार 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। कोरोना के कारण अरहर दाल की मांग कमजोर बनी रही।

हालांकि, कोरोना के कारण देशभर की मंडियों में अरहर की दैनिक आवक भी कम हो रही है। कोविड की दूसरी लहर के कारण कई राज्यों में आंशिक तथा कई में पूर्ण लाकडाउन के कारण अरहर दाल की मांग थोक के साथ ही खुदरा में कमजोर है।

हाजिर में मिलों की मांग कमजोर होने से मुंबई में लेमन अरहर की कीमतें  560 रुपये घटकर भाव 6,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, अरुषा अरहर के दाम 6150 से 6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

बाजार सूत्रों के अनुसार, अरहर की कीमतों में नीचे भाव में सुधार आने की संभावना है क्योंकि कम पैदावार के कारण अरहर के फंडामेंटल मजबूत हैं, सरकार के पास पुराना स्टॉक कम है। हालांकि, विदेशी आयात नियमित अंतराल पर आयेगा, क्योंकि सरकार पहले ही कुल 6 लाख टन का कोटा जारी कर चुकी है। जून में लगभग 30,000-40,000 टन सूडान की नई अरहर और 20,000-25,000 टन अफ्रीका की पुरानी अरहर का आयात होने की उम्मीद है।

बर्मा आधारित स्थानीय व्यापारी के अनुसार, अरहर का स्टॉक 2.5 लाख टन के आसपास है इसमें 50,000 टन पुरानी और लगभग 2 लाख टन नई अरहर का स्टॉक है। इस बीच, भारत से कोई भी व्यापार नहीं हुआ क्योंकि मिलर्स-व्यापारी सरकार से आयात लाइसेंस के आवंटन की प्रतीक्षा कर रहे थे। हालांकि, बर्मा में कोई भी विक्रेता नीचे दाम पर बिकवाल नहीं है।

दिल्ली में मध्य प्रदेश लाईन के चना की कीमतों में 25 रुपये का सुधार आकर भाव 5,525 से 5,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि राजस्थानी चना के दाम 5,550 से 5,575 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

मसूर की कीमतों में 125 रुपये की तेजी आकर दिल्ली में भाव 6,800 से 6,825 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से बर्मा उड़द एफएक्यू के भाव बुधवार को चेन्नई और मुंबई में 50 से 150 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हो गए। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से इंदौर, कोटा, गुंटूर और विजयवाड़ा में देसी उड़द की कीमतों में क्वालिटीनुसार 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।

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