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04 दिसंबर 2012

अनाज की बर्बादी घटी, भंडारण क्षमता बढ़ी

सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में अनाज की भंडारण क्षमता बढ़ी है और भंडार गृहों में अनाज की बर्बादी में काफी कमी आई है। लोकसभा में रतन सिंह अजनाला समेत कई अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्न के उत्तर में उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री केवी थामस ने कहा कि 2002-03 में अनाज की बर्बादी 2.5 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 0.06 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि 2001-02 में गेहूं का उत्पादन 72.7 करोड़ टन था और उस वर्ष 19 करोड़ टन अनाज की खरीद सरकार ने की थी। 10 वर्ष बाद अब गेहूं का उत्पादन 93.9 करोड़ टन है, जबकि 38 करोड़ टन अनाज की खरीद सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि भंडारण क्षमता बढ़ाए जाने की अभी भी आवश्यकता है, लेकिन निजी क्षेत्र से लोग इस कार्य के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। देश के कुल उत्पादन का 37 प्रतिशत अनाज ही खरीदा जा रहा है। (Live.Hindustan.com)

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