13 दिसंबर 2012
गुणवत्ता को लेकर चिंता नहीं'
भारत से आयातित गेहूं को लेकर गुणवत्ता संबंधी समस्या आ रही है। इस खबर के बाद सरकार ने कहा है कि चिंता की बात नहीं है। भारत से निर्यात किए जाने वाले गेहूं के लिए अच्छे दाम मिल रहे हैं। गेहूं निर्यात के लिए ईरान के साथ बातचीत पर उन्होंनें कहा, 'भारतीय गेहूं की गुणवत्ता को लेकर कोई समस्या नहीं है।'
उन्होंने बताया कि पहली निविदा में सरकार को 296 डॉलर प्रति टन का भाव मिला, जबकि आखिरी निविदा में 328 डॉलर प्रति टन का। वैश्विक निविदा में करीब 11-12 विदेशी कंपनियां भाग ले रही हैं। जुलाई में सरकार ने अपने गोदामों से 20 लाख टन गेहूं निर्यात की अनुमति दी थी। खाद्य सचिव ने कहा कि ईरान ने गुणवत्ता के मानक के बारे में अभी तक हमसे कुछ नहीं कहा है।
ईरान 1996 से गुणवत्ता संबंधी मसले की वजह से भारतीय गेहूं का आयात नहीं कर रहा है। इसी साल ईरान ने भारतीय गेहूं को खरीदने में रुचि दिखाई थी और गुणवत्ता जांचने के लिए दल भी भेजा था। पर बातचीत का नतीजा नहीं निकल पाया है। ऑस्ट्रेलियाई गेहूं आने से भारत की निर्यात संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर गेहूं की कमी है। हमारा मुख्य उद्देश्य खाद्यान्न भंडार का प्रबंधन है, ज्यादा कीमत हासिल करना नहीं। (BS Hindi)
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