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01 दिसंबर 2012

गेहूं के एमएसपी की घोषणा 15 दिन में करेगी सरकार

केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि सरकार अगले 15 दिनों में गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा कर देगी। सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) न बढ़ाने की कृषि मूल्य एवं लागत आयोग (सीएसीपी) की सिफारिश अस्वीकार कर दी है। पवार के अनुसार सीएसीपी से कहा गया है कि फर्टिलाइजर और डीजल जैसी वस्तुओं के मूल्य बढऩे से गेहूं उगाने की लागत में हुई बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए गेहूं के एमएसपी पर दुबारा विचार किया जाए। सीएसीपी ने अपनी पिछली सिफारिश में गेहूं का एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पूर्ववत रखा जाए। पवार ने राज्यसभा में बताया कि सीएसीपी ने गेहूं का एमएसपी 1285 रुपये प्रति क्विंटल पर पूर्ववत रखने की सिफारिश की है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले गेहूं की उत्पादन लागत बढ़कर 1,128 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। पिछले साल उत्पादन लागत 927 रुपये प्रति क्विंटल थी। वर्ष 2010-11 में गेहूं का एमएसपी 1,120 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि उस साल उत्पादन लागत 826 रुपये प्रति क्विंटल थी। पवार ने कहा कि गेहूं की एमएसपी न बढ़ाने की सीएसीपी की सिफारिश हमें मंजूर नहीं है। सरकार ने आयोग को अपनी संशोधित सिफारिश देने को कहा है। अगले 15 दिनों के भीतर हम मौजूदा रबी सीजन के लिए गेहूं का खरीद मूल्य घोषित कर देंगे। इस साल धान की उत्पादन 1080 रुपये प्रति क्विंटल होने पर एमएसपी 1,250 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। जबकि पिछले साल धान की उत्पादन लागत 888 रुपये और एमएसपी 1080 रुपये प्रति क्विंटल था। उससे पहले किसानों को 1,000 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी दिया गया था, जब उत्पादन लागत 742 रुपये प्रति क्विंटल थी। पवार ने कहा कि कृषि क्षेत्र में उत्पादन लागत फसल की पैदावार पर निर्भर करती है। इसके अलावा मजदूरी, बीज, फर्टिलाइजर, पेस्टीसाइड्स, सिंचाई और मशीनों के उपयोग खर्च पर भी उत्पादन लागत निर्भर करती है। उत्पादन लागत बढऩे पर एमएसपी के जरिये किसानों को राहत दी जाती है। गेहूं निर्यात के लिए पांच टेंडर जारी नई दिल्ली - सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनियों ने सरकारी गोदामों से 4.25 लाख टन गेहूं निर्यात करने के लिए अंतरराष्ट्रीय टेंडर जारी किए हैं। एमएमटीसी ने 1.10 लाख टन गेहूं निर्यात करने के लिए टेंडर जारी किया है। एक जनवरी से 10 फरवरी से निर्यात के लिए कंपनी ने 21 दिसंबर तक बिड आमंत्रित की है। यह गेहूं पश्चिमी तट के पीपावाव पोर्ट पर सुलभ कराया जाएगा। पीईसी ने 1.90 लाख टन गेहूं निर्यात के लिए तीन टेंडर जारी किए हैं। इस गेहूं का भी निर्यात 1 जनवरी से 10 फरवरी के बीच होगा। कंपनियों को यह गेहूं पूर्वी तट के विशाखापत्तनम, कृष्णापत्तनम और कराईकाल बंदरगाहों पर उपलब्ध होगा। इसकी बिड 21 दिसंबर तक स्वीकार की जाएगी। पीईसी ने कांडला पोर्ट से 1.25 लाख टन गेहूं निर्यात के लिए भी एक अन्य टेंडर जारी किया है। (Business Bhaskar)

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