आर.एस. राणा नई दिल्ली
मकसद - नए सीजन में बाजार मूल्य एमएसपी से भी नीचे गिरने से रोकने की कवायदनिर्यात का हालकेंद्र सरकार ने कपास निर्यात पर लगे मात्रात्मक प्रतिबंध को एक अगस्त से चालू सीजन के बचे हुए दो महीनो के लिए हटाया हुआ है। सूत्रों के अनुसार सितंबर महीने में निर्यात स्थिति की समीक्षा की जाएगी।पैदावार कैसी रहेगीकपास का उत्पादन 242.3 लाख गांठ से बढ़कर 334.3 लाख गांठ होने का अनुमान है। चालू खरीफ में बुवाई 106 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 114.80 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। मौसम भी अनुकूल है।कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने नए कपास सीजन (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान एक करोड़ गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास खरीदने की योजना बनाई है। बुवाई क्षेत्रफल बढऩे और अनुकूल मौसम से पैदावार में बढ़ोतरी होने का अनुमान है जिससे सीसीआई के साथ ही अन्य एजेंसियों की खरीद भी बढऩे का अनुमान है। अगस्त के पहले सप्ताह में सीसीआई के पास कपास का करीब चार लाख गांठ का पुराना स्टॉक भी बचा हुआ है। जिसकी बिकवाली निविदा के माध्यम से की जा रही है।
सीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में देश में कपास का बुवाई रकबा बढ़ा है जबकि अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल बना हुआ है। इसीलिए कपास का बंपर उत्पादन होने का अनुमान है।
मिलों को बीते सीजन कपास खरीद में भारी घाटा उठाना पड़ा है जिससे नए सीजन में मिलों की मांग सुस्त रहने का अनुमान है। ऐसे में हाजिर बाजार में कपास की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे ना जा पाए इसीलिए सीसीआई ने एक करोड़ गांठ कपास खरीदने की योजना बनाई है।
केंद्र सरकार ने कपास निर्यात पर लगे मात्रात्मक प्रतिबंध को एक अगस्त से चालू सीजन के बचे हुए दो महीनो के लिए हटाया हुआ है। सूत्रों के अनुसार सितंबर महीने में निर्यात स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
घरेलू मंडियों में अगस्त के पहले सप्ताह में करीब 60 लाख गांठ कपास का स्टॉक बचा हुआ है जबकि चार लाख गंाठ का स्टॉक सीसीआई के पास है। आने वाली फसल की पैदावार में भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है। ऐसे में अगर निर्यात पर फिर से मात्रात्मक प्रतिबंध लगा दिया तो हाजिर बाजार में दाम घटकर एमएसपी से भी नीचे जाने की आशंका है।
केंद्र सरकार ने नए विपणन सीजन 2011-12 के लिए कपास के एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ोतरी कर मध्यम दर्जे की लंबाई वाली कपास का एमएसपी 2,800 रुपये और लंबे दर्जे की लंबाई वाली कपास का एमएसपी 3,300 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। बुधवार को अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास का भाव 38,800 से 39,000 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहा। उधर न्यूयार्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में कपास का भाव 107.31 सेंट प्रति पाउंड रहा।
कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2010-11 में कपास का उत्पादन 242.3 लाख गांठ से बढ़कर 334.3 लाख गांठ होने का अनुमान है। जबकि चालू खरीफ में कपास की बुवाई बढ़कर 114.80 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 106.62 लाख हैक्टेयर में हुई थी। सीसीआई के अलावा कपास की न्यूतनम समर्थन मूल्य पर खरीद भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी संघ (नेफेड) और महाराष्ट्र राज्य को-ऑपरेटिव कॉटन ग्रोवर मार्किट फेडरेशन करती है। (Business Bhaskar....R S Rana)
27 अगस्त 2011
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