22 अगस्त 2011
कॉफी उत्पादन के अनुमान पर मतभेद
बेंगलुरु August 19, 2011
कॉफी बोर्ड ने अक्टूबर से शुरू हो रहे फसल वर्ष 2011-12 में 3,22,000 टन कॉफी उत्पादन का अनुमान लगाया है, जिसे हासिल करना असंभव नजर आ रहा है, क्योंकि लगातार दो वर्षों तक रोबस्टा कॉफी का बंपर उत्पादन होना संभव नहीं है।कर्नाटक प्लांटर्स एसोसिएशन (केपीए) के चेयरमैन सहदेव बालाकृष्णन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि 'पिछले साल रोबस्टा कॉफी का बंपर उत्पादन हुआ था, जिसके कारण पिछले अनुभवों के आधार पर हम निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि इस साल भी रोबस्टा कॉफी का बंपर उत्पादन संभव नहीं होगा। ऐसा लगता है कि कॉफी बोर्ड इस साल रोबस्टा के उत्पादन अनुमानों के प्रति थोड़ा ज्यादा महत्वाकांक्षी हो गया है। अगर इस साल नए बागानों से आवक नहीं होती है तो रोबस्टा के बंपर उत्पादन की उम्मीद नहीं कर सकते।हालांकि केपीए कॉफी बोर्ड के साथ इस बात पर सहमत है कि चालू वर्ष में अरेबिका कॉफी के उत्पादन में 10 फीसदी बढ़ोतरी रहेगी। यह बोर्ड के साथ इस साल रोबस्टा के उत्पादन अनुमान पर सहमत नहीं है। केपीए 2010-11 के उत्पादन अनुमान के संबंध में भी बोर्ड से सहमत नहीं है। केपीए के अनुसार पिछले साल अरेबिका का उत्पादन 85,000 टन और रोबस्टा का उत्पादन 2,05,000 टन हुआ। जबकि कॉफी बोर्ड ने 2010-11 अंतिम अनुमानों में 3,02,000 टन कॉफी उत्पादन का अनुमान लगाया है, जिसमें अरेबिका और रोबस्टा का हिस्सा क्रमश: 95,000 टन और 2,07,000 टन रहा।कॉफी बोर्ड ने 2011-12 में 1,05,000 टन अरेबिका के उत्पादन का अनुमान लगाया है, जो 2010-11 के उत्पादन से 10.5 फीसदी अधिक है। बोर्ड ने अनुमान लगाया है कि चालू वर्ष में रोबस्टा का उत्पादन 2,17,000 टन रहेगा, जो पिछले साल से 4.8 फीसदी अधिक है। वहीं वर्ष 2011-12 में कॉफी का कुल उत्पादन 6.62 फीसदी बढ़कर 3,22,000 टन रहने का अनुमान है। बालाकृष्णन ने कहा कि हालांकि केपीए ने 2011-12 में अरेबिका का उत्पादन 95,000 टन रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल के उत्पादन से 11.7 फीसदी अधिक है। इसने अनुमान है कि रोबस्टा का उत्पादन पिछले वर्ष के स्तर के आसपास ही रहेगा अथवा 10 फीसदी घट सकता है। उन्होंने कहा कि 'कॉफी बोर्ड चालू वर्ष के अपने अनुमानों में थोड़ा ज्यादा महत्वाकांक्षी हो गया है। जब तक अरेबिका से स्थानांतरित हुए रोबस्टा के रकबे का उत्पादन बाजार में नहीं आता है, तब तक हम लगातार दो वर्षों तक बंपर उत्पादन की उम्मीद नहीं कर सकते।उन्होंने कहा कि व्हाइट स्टेम बोरर कीटनाशक की वजह से वर्ष 2000-2005 के बीच बहुत से उत्पादकों ने अरेबिका के स्थान पर रोबस्टा कॉफी के बागान लगाए हैं। हालांकि रोबस्टा कॉफी के रकबे में विस्तार के कोई आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। बालाकृष्णन ने कहा कि इस साल 5-10 हजार अतिरिक्त रोबस्टा कॉफी बाजार में आ सकती है। उन्होंने कहा कि 'इस साल कर्नाटक में बंपर उत्पादन की राह में कई समस्याएं हैं। उत्पादकों को बिजली और सिंचाई सुविधाओं जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जो उत्पादन वृद्धि की राह में रोड़ा साबित होंगी (Bs Hindi)
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