फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीस (एफटीआईएल) द्वारा प्रोन्नत नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) में वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों में ई-गोल्ड में उल्लेखनीय कारोबार रिकॉर्ड हुआ। एनएसईएल देश का नंबर-1 राष्ट्रव्यापी इलेक्ट्रॉनिक कमोडिटी स्पॉट एक्सचेंज है। वित्तीय साल 2011 के प्रथम चार महीनों में ई-गोल्ड का औसत मासिक कारोबार बढ़कर 3082.60 करोड़ रुपए हो गया जो गत साल समान अवधि के 436.89 करोड़ रुपए से 605 प्रतिशत अधिक है। वैसे साल 2011 के पहले 8 महीनों में एक्सचेंज पर ई-गोल्ड का कारोबार गत जनवरी महीने के 2377 करोड़ रुपए से 60 प्रतिशत उछलकर अबतक 3823.67 करोड़ रुपए हो चुका है। एक्सचेंज पर 16 अगस्त के दिन ई-गोल्ड में अब तक का सर्वाधिक दैनिक कारोबार 359.67 करोड़ रुपए किया गया और इसमें 1,29,967 ग्राम की रिकॉर्ड डिलीवरी दर्ज की गई। एनएसईएल ने गत साल मार्च 2010 में ई-सिरीज के अंतर्गत खुदरा निवेशकों की भारी मांग पर ई-गोल्ड लांच किया। इस सिरीज में बाद में अप्रैल में ई-सिल्वर, नवंबर में ई-कॉपर और जनवरी में ई-जिंक लांच किया गया।ई-गोल्ड अबतक का सफल उत्पाद रहा है। इस उत्पाद भारतीय खुदरा निवेशकों के निवेश की मांग को पूरा किया है। उन्हें सोने और चांदी जैसे बहुमूल्य धातुओं में छोटी बचत करने का मौका उपलब्ध कराया है। सोने चांदी के वर्तमान तेजी के दौरान ई-गोल्ड निवेशकों का पसंदीदा उत्पाद बन गया है। निवेश में सुरक्षा और उच्च प्रतिलाभ के मद्देनजर खुदरा निवेशक इस उत्पाद को भारी तरजीह दे रहे हैं। लांच के समय से अबतक ई-गोल्ड ने निवेशकों को सोने के दूसरे साधनों से अधिक 57.58 प्रतिशत का प्रतिलाभ दिलाया है।साल 2010 के दौरान जब शेयरों में निफ्टी एक मापक था, ने केवल 11 प्रतिशत का लाभ दिया और कुछ मशहूर गोल्ड ईटीफ ने निवेशकों को केवल 23 प्रतिशत का रिटर्न दिया जबकि ई-गोल्ड ने इनकी तुलना में निवेशकों को सर्वाधिक 26 प्रतिशत का रिटर्न दिलाया।एनएसईएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अंजनि सिन्हा ने कहा कि एनएसईएल का ई-गोल्ड आज निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प सिद्ध हो रहा है, खासकर छोटे निवेशकों और एचएनआई के लिए। ई-गोल्ड अपने निवेशकों को पारदर्शक भाव, व्यवस्थित ट्रेडिंग और जीरो होल्डिंग कॉस्ट की सुïिवधा देता है। आज ई-गोल्ड में निवेशकों में काफी पसंद किया जा रहा है और निवेशक बिना किसी चिंता के इसमें पैसे डाल रहे हैं। इसकी विशुद्धता और फिजिकल सेक्युरिटीज पर उन्हें पूरा भरोसा हो गया है। ई-गोल्ड में निवेश आज अत्यंत आसान और सुविधाजनक है। यह कारोबारियों को सराफा बाजार में बिना किसी फिजिकल गोल्ड के प्रवेश का मौका प्रदान करता है।फिलहाल, ई-गोल्ड का एनएसईएल के साल 2011 के कुल टर्नओवर में 17 प्रतिशत का योगदान है। इस कारोबार के साथ ई-सिरीज के उत्पादों में कारोबार एनएसईएल पर मार्च 2010 के 2301.24 करोड़ रुपए से उछलकर अगस्त 2011 में १२१९३.५६ करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।
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