मुंबई June 30, 2011
नैशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) ने जिंस एक्सचेंज एनसीडीईएक्स में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 5 प्रतिशत पर लाने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय से तीन माह का और समय मांगा है। एनएसई की एनसीडीईएक्स में हिस्सेदारी घटाने की समयसीमा आज समाप्त हो रही है।
मंत्रालय ने इससे पहले अप्रैल में भी एनएसई को तीन माह का समय दिया था। फिलहाल एनसीडीईएक्स में एनएसई की हिस्सेदारी 11.1 प्रतिशत की है। जिंस एक्सचेंजों के लिए नए दिशा निर्देशों के अनुसार, ऐसे जिंस एक्सचेंज जिनके परिचालन के पांच साल पूरे हो गए हैं, उनमें किसी शेयर बाजार की हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि एनएसई ने एनसीडीईएक्स में अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए तीन माह का और समय मांगा है। हम इस पर विचार कर रहे हैं। एनएसई ने दलील दी है कि उसकी हिस्सेदारी बिक्री के लिए एक घरेलू कंपनी और कतर की एक फर्म के साथ बातचीत चल रही है। अधिकारी ने कहा कि एनएसई ने और समय की मांग इसलिए की है, क्योंकि इस सौदे को पूरा करने के लिए नियामक मंजूरियां हासिल करने में समय लगेगा।
अधिकारी ने बताया कि एनएसई की योजना 5 प्रतिशत हिस्सेदारी किसी विदेशी कंपनी को तथा शेष 1.1 फीसदी घरेलू कंपनी को बेचने की है। उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय जिंस वायदा बाजार के लिए नीतियां बनाता है, जबकि वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) देश में 23 जिंस एक्सचेंजों के कामकाज को देखता है। (BS Hindi)
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