नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2026-27 की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी को मंजूरी दे दी है। रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं के समर्थन मूल्य में 160 रुपये और रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों के समर्थन मूल्य में 250 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने बुधवार को रबी विपणन सीजन 2026-27 के लिए 6 रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि किसानों के लिए रबी सीजन 2026-27 के लिए गेहूं, चना, सरसों समेत 6 फसलों का एमएसपी बढ़ाने की घोषणा की गई है यह बढ़ोत्तरी कृषि लागत एवं मूल्य आयोग,सीएसीपी की सिफारिशों के तहत की गई है।
सरकार ने रबी विपणन सीजन 2026-27 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके। सरसों के एमएसपी में बढ़ोतरी 250 रुपये तथा मसूर के एमएसपी में 300 रुपये प्रति क्विंटल की घोषणा की गई है। चना, गेहूं, कुसुम और जौ के लिए क्रमश: 225 रुपये, 160 रुपये और 600 रुपये तथा 170 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2026-27 के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 160 रुपये बढ़ाकर 2,585 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसी तरह से जौ के एमएसपी में 170 रुपये की बढ़ोतरी कर 2,150 रुपये, चना के एमएसपी में 225 रुपये की बढ़ोतरी कर 5,875 रुपये तथा मसूर के एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ोतरी कर 7,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। केंद्र सरकार ने सरसों के एमएसपी में 250 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 6,200 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। कुसुम के एमएसपी में 600 रुपये की बढ़ोतरी कर 6,540 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
रबी फसलों के एमएसपी में की गई इस वृद्धि से किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होगा और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन मिलेगा।

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