नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2025-26 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान 2.27 लाख टन ग्वार गम उत्पादों का निर्यात का हुआ है। त्योहारी छुट्टियों के बाद उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी होगी, हालांकि निर्यात मांग सीमित होने के कारण इसकी कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2025-26 के अप्रैल से अगस्त के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 2,224.23 करोड़ रुपये का हुआ है।
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान देश से 453,651 टन ग्वार का निर्यात हुआ था, जोकि मूल्य के हिसाब से 4,815.51 करोड़ रुपये का था।
जानकारों के अनुसार उत्पादक मंडियों में नए ग्वार सीड की दैनिक आवक 10 से 11 हजार बोरियों की हो रही है, तथा त्योहारी छुट्टियों के बाद इसकी दैनिक आवकों में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। व्यापारी चालू सीजन में ग्वार सीड का उत्पादन अनुमान कम मान रहे हैं, इसके बावजूद भी इसके भाव में बड़ी तेजी के आसार नहीं है क्योंकि आवकों का दबाव बनने से कीमतों पर दबाव बना रह सकता है।
ग्वार गम की औसत कीमत लगभग 8,500 रुपये प्रति क्विंटल है, तथा इसका व्यापारी अभी 8,000 से 9,000 प्रति क्विंटल के दायरे में रहने का अनुमान है। हरियाणा की हिसार मंडी में मंगलवार को ग्वार सीड का भाव 4,000 से 4,600 रुपये प्रति क्विंटल रहा।

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