नई दिल्ली। सर्दी बढ़ने से गुड़ में खपत राज्यों की मांग में तो सुधार आया है लेकिन आवक भी बढ़ी है, जिससे बुधवार को उत्पादक मंडियों के साथ ही दिल्ली में दाम स्थिर बने रहे। उत्तर भारत के राज्यों में मौसम खराब बना हुआ है, तथा अगले एक दो दिनों में कहीं कहीं हल्की बारिश होने का अनुमान है, अगर बारिश हुई तो फिर नए गुड़ का उत्पादन प्रभावित होगा, जिससे भाव में सुधार बन सकता है।
मुजफ्फरनगर मंडी में बुधवार को गुड़ चाकू के भाव 1,070 से 1,130 रुपये प्रति मन (एक मन-40 किलो) पर स्थिर बने रहे, जबकि गुड़ पेड़ी के भाव 1,065 से 1,120 रुपये प्रति 40 किलो बोले गए। खुरपापाड़ गुड़ में आज 960 से 1,000 रुपये प्रति मन पर कारोबार हुआ। मंडी में नए गुड़ की आवक बुधवार को 7,000 से 7,500 कट्टों (एक कट्टा-40 किलो) की हुई जबकि मंगलवार को आवक 6,000 से 6,500 कट्टों की हुई थी।
दिल्ली के नया बाजार में बुधवार को गुड़ चाकू के भाव 2,800 से 2,900 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए जबकि गुड़ पेड़ी के दाम आज 2,800 से 2,900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। डैंया गुड़ के भाव नया बाजार में आज 3,000 से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। शक्कर में आज 3,200 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल पर व्यापार हुआ।
व्यापारियों ने बताया कि सर्दी बढ़ने से गुड़ की मांग तो बढ़ी है लेकिन कोल्हुओं की संख्या ज्यादा होने के कारण उत्पादन भी ज्यादा हो रहा है, जिस कारण भाव रुक गए हैं। उन्होंने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में मौसम खराब है, अगर बारिश हुई तो गुड़ का उत्पादन प्रभावित होगा, जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी बन सकती है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में गुड़ के दाम पिछले साल की तुलना में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल तेज हैं, इसलिए इस बार कोल्ड स्टोर में भंडारण पिछले साल की तुलना में कम होगा।
25 नवंबर 2020
खराब मौसम से गुड़ का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका, भाव स्थिर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें