नई दिल्ली। चैन्नई और दिल्ली में दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से मंगलवार को बर्मा की उड़द की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार हाजिर मांग कमजोर होने से भाव में मंदा आया है। हालांकि, दिल्ली में उड़द एसक्यू में हाजिर स्टॉक कम माना जा रहा है।
नेफेड ने 9 नवंबर को मध्य प्रदेश में 5,525-5,801 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर खरीफ 2018 में खरीदी हुई उड़द की बिकवाली की। दालों में ग्राहकी कमजोर होने से मिलें केवल 50 फीसदी पेराई क्षमता पर ही चल रही है। होटल, रेस्त्रा के साथ ही ब्याह शादियों के साथ सामाजिक समारोह कम होने के कारण दालों में थोक ग्राहकी आधी रह गई है, तथा मांग में आई कमी के कारण ही दाल मिलें कटौती करने को मजबूर हुई हैं।
घरेलू बाजार में नई उड़द में दाल मिलों की कमजोर मांग बनी रही रहने के कारण लगातार दूसरे दिन मिलाजुला रुख देखा गया। हालांकि अभी भी उत्पादक मंडियों में नई फसल की आवक का दबाव नहीं बन पा रहा है, साथ ही अच्छी क्वालिटी की उड़द की आवक हल्की क्वालिटी के मुकाबले कम हो रही है।
चना और दाम दिल्ली और इंदौर में घटे
राजस्थान लाइन के चना के भाव घटकर दिल्ली में 5,150 से 5,175 रुपये और मध्य प्रदेश लाइन के चना के भाव घटकर 5,100 से 5,125 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
इंदौर में चना के भाव घटकर 5,100 से 5,125 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कनापुर में चना के भाव मध्य प्रदेश और राजस्थान लाइन के 5,125 प्रति क्विंटल रहे। इसमें 25 रुपये का मंदा आया।
मसूर के दाम कानुपर में 5,675 रुपये और मटर के दाम 6,725 रुपये प्रति क्विंटल रहे। जलगांव मंडी में चना चापा के भाव 5,650 रुपये और चना मिक्स के भाव 5,250 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मूंग मध्य प्रदेश लाइन के भाव 6,900 रुपये और मूंग पोलिश के भाव 7,700 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
10 नवंबर 2020
बर्मा उड़द के भाव दिल्ली और चैन्नई में घटे, चना और मूंग में भी मंदा
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