नई दिल्ली। चावल मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग बढ़ने से शनिवार को पंजाब, हरियाणा के साथ ही दिल्ली की नरेला मंडी में धान के भाव में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। व्यापारियों के अनुसार अभी उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक ज्यादा हो रही है तथा चालू महीने में आवकों का दबाव बना रहने का अनुमान है। इसलिए अभी इनके भाव में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।
चालू खरीफ विपणन सीजन में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 243.13 लाख टन धान की खरीद कर चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 203.60 लाख टन से 19.42 फीसदी ज्यादा है। अभी तक खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी 171.09 लाख टन की है।
दिल्ली की नरेला मंडी में शनिवार को धान की आवक बढ़कर 48 से 50 हजार बोरियों की हुई तथा मंडी में पूसा 1,121 धान के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 2400-2650 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। व्यापारियों के अनुसार स्थानीय मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग में हल्का सुधार तो आया है, लेकिन जिस तरह से मंडियों में दैनिक आवक ज्यादा हो रही है, उससे मौजूदा भाव में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं है। नवंबर में उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक अच्छी रहेगी, लेकिन दिसंबर में आवकों में कमी आने का अनुमान है।
पंजाब की अमृतसर मंडी में शनिवार को धान की आवक करीब 48 से 50 हजार बोरियों की हुई तथा मंडी में धान के भाव 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया। धान व्यापारी साहिब सिंह ने बताया कि हाथ की कटाई के धान में मिलों की मांग अच्छी है जबकि इसकी आवक कम है। उन्होंने बताया कि मंडी में आ रहे कुल धान में कंबाईन के माल 65 से 70 फीसदी आ रहे हैं, तथा कंबाईन की कटाई के धान के भाव में अंतर 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल का है।
पंजाब की तरनतारण मंडी में शनिवार को धान की आवक करीब 58 से 60 हजार बोेरियों की हुई जबकि 1,121 का भाव 2,600 से 2,700 रुपये और हाथ की कटाई के धान का भाव 2,750 से 2,900 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया। डीपी 1,401 के भाव मंडी में 2,500 रुपये और 1,509 से 1,800 से 1,950 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
07 नवंबर 2020
धान के भाव में हल्का सुधार, अभी बड़ी तेज नहीं, एमएसपी पर खरीद 243 लाख टन से ज्यादा
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