नई दिल्ली। नेफेड पांच नवंबर से चना की बिक्री शुरू करेगा। चना की बिक्री केवल मुंबई, बंगलुरु और हैदराबाद में की जायेगी तथा मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में अभी बिक्री शुरू नहीं होगी।
दाल मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली के नया बाजार में बुधवार को अरहर के साथ ही मध्य प्रदेश लाइन की देसी मसूर में मंदा आया लेकिन कनाडा की मसूर में ग्राहकी अच्छी होने से भाव बढ़ गए।
पुरानी अरहर (2017-2018) में मांग कमजोर होने से आज दिल्ली में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इसकी क्वालिटी काफी हल्की बताई जा रही है। इसी तरह आगे के सौदों में, चेन्नई से नवंबर डिलीवरी के लिए अरहर की कीमत 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 5,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। खरीदार आगे के सौदे कम कर रहे हैं, तथा हाजिर में व्यापार हो रहा है।
केंद्र सरकार ने 15 नवंबर, 2020 से 4 लाख मीट्रिक टन के अरहर आयात के लिए आयात की समय सीमा को 31 दिसंबर 2020 तक बढ़ा दिया। इससे आगे विदेशी मालों की आपूर्ति बढ़ेगी। साथ ही केंद्र सरकार ने मोजाम्बिक के साथ अगले पांच साल के लिए अरहर के आयात के लिए द्विपक्षीय समझौता किया है, इसके तहत देश में हर साल 200,000 टन अरहर का आयात होगा। इसके अलावा, केंद्र सरकार बफर स्टॉक से दो लाख टन अरहर अगले 15 दिनों में खुले बाजार में बेचेगी।
बाजार सूत्रों के अनुसार, नेफेड ने अरहर की नीचे दाम की निविदा को आज खारिज कर दिया।
दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से कनाडा की मसूर की कीमतों में आज दिल्ली में 50 रुपये की तेजी दर्ज की गई, लेकिन मध्य प्रदेश लाइन की मसूर में ग्राहकी कमजोर होने से भाव 75 रुपये प्रति क्विंटल घट गए।
04 नवंबर 2020
नेफेड कल से चना की बिक्री शुरू करेगा, दिल्ली में अरहर और मसूर में नरमी
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