आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र के तीन कृषि अध्यादेशों को किसान और व्यापारी विरोधी बताते हुए हरियाणा एवं पंजाब के व्यापारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी, जिस कारण शुक्रवार को मंडियों में धान के साथ ही अन्य एग्री जिंसों की आवक नहीं हुई। एकाध में आवक हुई भी तो बोली नहीं हो पाई।
करनाल मंडी के धान कारोबारी संदीप गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा लाये गए तीन नए अध्यादेशों का व्यापारी विरोध कर रहे हैं, इसलिए हड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि राज्य के किसान इन अध्यादेशों का पहले ही विरोध कर रहे हैं तथा हड़ताल में व्यापारी, मिलर्स और निर्यातक भी शामिल हो गए है। उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण मंडियों में एग्री जिंसों की दैनिक आवक नहीं हुई, कुछ जगहों पर आवक हुई तो बोली नहीं हो पाई।
फाजलिका के धान व्यापारी राकेश बत्रा के बताया कि पंजाब की मंडियों में आज कारोबार नहीं हुआ। व्यापारी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए अध्यादेशों का विरोध कर रहे हैं। साथ ही राज्य में मंडी टैक्स सबसे ज्यादा है, तथा राज्य के व्यापारी मंडी टैक्स को साढ़े छह फीसदी से घटाकर एक फीसदी करने की मांग कर रहे हैं।
देशभर में जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच लोकसभा में कृषि से जुड़े तीनों बिल पास हो चुके हैं। लोकसभा में इस बिल का कांग्रेस, लेफ्ट और डीएमके ने तो विरोध किया ही, भाजपा की सहयोगी पार्टी अकाली दल ने भी विरोध किया। वहीं बिल पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को भरोसा दिया कि एमएसपी और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी।.............. आर एस राणा
18 सितंबर 2020
कृषि अध्यादेशों के विरोध में पंजाब और हरियाणा में व्यापारियों की हड़ताल
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