आर एस राणा
नई दिल्ली। प्याज के दाम में हो रही वृद्धि को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्याज की सभी वेरायटी के निर्यात पर रोक लगा दी है। प्याज के निर्यात पर रोक लगने से आगे कीमतों में नरमी की उम्मीद की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार पिछले दो-तीन महीनों में प्याज का निर्यात काफी बढ़ गया था जिससे घरेलू आपूर्ति में कमी के चलते कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में इस समय खुदरा प्याज 40 रुपये प्रति किलो के ऊपर बिक रहा है। वहीं आजादपुर थोक मंडी में सोमवार को प्याज का भाव 13.75 रुपये से लेकर 27.50 रुपये प्रति किलो था।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय की ओर से जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, प्याज की सभी वेरायटी के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अधिसूचना में कहा गया है कि ट्रांजिशनल एग्रीमेंट के प्रावधान इस अधिसूचना के तहत लागू नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार अप्रैल से जुलाई के दौरान प्याज का निर्यात पिछले साल के मुकाबले करीब 30 फीसदी ज्यादा हुआ जिससे देश में प्याज की आपूर्ति में आगे कमी की आशंका से दाम में इजाफा हुआ है क्योंकि दक्षिण भारत में भारी बारिश के कारण प्याज की फसल खराब हो गई है।
आजादपुर मंडी पोटैटो ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन यानी पोमा के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने कहा कि निर्यात प्रतिबंध अच्छा फैसला है इससे प्याज के दाम में वृद्धि पर विराम लगेगा। शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारत में प्याज की फसल खराब होने से आपूर्ति में कमी का संकट बना हुआ है इसलिए सरकार को निर्यात पर प्रतिबंध के साथ-साथ आयात करने पर भी विचार करना चाहिए। पिछले साल भी त्योहारी सीजन के दौरान प्याज का दाम आसमान चढ़ गया था। दिल्ली समेत देश के अन्य भागों में प्याज 150 रुपये किलो बिकने लगा था और घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए निर्यात प्रतिबंध समेत तमाम उपायों के साथ-साथ विदेशों से प्याज आयात करने का फैसला लिया था।................ आर एस राणा
15 सितंबर 2020
प्याज के निर्यात पर लगी रोक, कीमतों में नरमी की उम्मीद
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