आर एस राणा
नई दिल्ली। हरियाणा सरकार राज्य के उन सभी कपास किसानों को मुआवजा देगी, जिनकी फसल को हाल ही में सफेद मक्खी और पैराविल्ट ने नष्ट कर दिया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि ऐसे सभी कपास किसानों को, चाहे वह ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ के तहत पंजीकृत हैं या नहीं, सभी को हरियाणा सरकार मुआवजा देगी।
उन्होंने कहा कि हमने राजस्व विभाग से अनुरोध किया है कि वे उन कपास किसानों के खेतों में समयबद्ध तरीके से विशेष गिरदावरी करें, जिन्होंने फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण नहीं कराया है। जिन लोगों ने योजना के तहत पंजीकरण कराया है उनको फसल कटाई प्रयोगों के दौरान नुकसान के आकलन के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को व्यक्तिगत रूप से आवेदन करने की जरूरत नहीं है क्योंकि नुकसान का आकलन ग्राम स्तर पर किया जाएगा।
कौशल ने कहा कि कृषि विभाग ने सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, जींद और भिवानी जिलों में सफेद मक्खी के हमलों की रिपोर्ट के बाद, कपास के किसानों को अपनी फसलों के लिए दो या अधिक कीटनाशकों के मिश्रण का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। हरियाणा के 14 जिलों में लगभग 7.36 लाख हेक्टेयर में कपास की खेती की जा रही है। जिला सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, जींद और भिवानी जिलों में चालू खरीफ में क्रमश: 2.10 लाख हेक्टेयर, 1.47 लाख हेक्टेयर, 0.72 लाख हेक्टेयर, 0.70 लाख हेक्टेयर और 0.88 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने सफेद मक्खी की बीमारी से प्रभावित किसानों को कम से कम 30,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है।.............. आर एस राणा
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