आर एस राणा
नई दिल्ली। हरियाणा के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बारिश होने से मंडियों में धान की आवक प्रभावित हुई है, हालांकि चावल मिलों की मांग भी कमजोर ही रही। जिस कारण धान के साथ ही चावल की कीमतें स्थिर बनी रही। हरियाणा की कैथल मंडी में पूसा 1,121 बासमती धान के भाव 3,000 से 3,050 रुपये और सेला चावल के भाव 5,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे। पूसा 1,509 बासमती धान उत्तर प्रदेश लाईन के भाव 1,800 से 2,000 रुपये और हरियाणा के मालों के भाव 2,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
व्यापारियों के अनुसार धान में चावल मिलों की मांग कमजोर है, जबकि आगे जैसे ही मौसम साफ होगा उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा और पंजाब की मंडियों में पूसा 1,509 धान की आवक बढ़ेगी। सितंबर के अंत तक परमल धान की आवक भी शुरू हो जायेगी, इसलिए आगे धान के साथ ही चावल की कीमतों में नरमी बनी रहने का अनुमान है।
जानकारों के अनुसार चालू सीजन में पूसा 1,509 के साथ ही 1,121 की रोपाई भी ज्यादा हुई है जिससे इनका उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। उत्पादक राज्यों में मानसूनी बारिश भी अच्छी हुई है जिससे प्रति हेक्टेयर उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी। धान की रोपाई चालू खरीफ में 8.27 फीसदी बढ़कर 396.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई केवल 365.92 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। राज्य सरकार की कोशिश के बावजूद भी हरियाणा में धान की रोपाई पिछले साल के 13.05 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 13.23 लाख हेक्टेयर में हुई है, हालांकि पंजाब में जरुर पिछले साल के 29.20 लाख हेक्टेयर से घटकर 27.20 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। उत्तर प्रदेश में भी धान की रोपाई पिछले साल से ज्यादा हुई है।........ आर एस राणा
04 सितंबर 2020
हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बारिश से धान की आवक प्रभावित, भाव रुके
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