आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण
अगस्त में डीओसी के निर्यात में 25 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात
1,71,515 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अगस्त में 2,28,484 टन का निर्यात
हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम है, जबकि घरेलू बाजार में दाम उंचे बने
हुए हैं जिस कारण निर्यात में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले
पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान सरसों डीओसी का निर्यात 6 फीसदी
बढ़कर 4,87,060 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका
निर्यात 4,60,212 टन का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले पांच महीनों अप्रैल से
अगस्त के दौरान डीओसी के निर्यात में 12 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात
10,13,177 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में
11,46,295 टन का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में
सोया डीओसी और केस्टर डीओसी के निर्यात में कमी आई है जबकि सरसों डीओसी के
साथ ही राइसब्रान डीओसी का निर्यात बढ़ा है।
जुलाई के मुकाबले अगस्त महीने में भारतीय बंदरगाह पर डीओसी की कीमतों में
भी तेजी दर्ज की गई। एसईए के अनुसार अगस्त में सोया डीओसी के भाव भारतीय
बंदरगाह पर 445 डॉलर प्रति टन रहे जबकि जुलाई में इसके भाव 440 डॉलर प्रति
टन थे। इसी तरह से सरसों डीओसी के भाव जुलाई के 216 डॉलर से बढ़कर अगस्त
में 219 डॉलर प्रति टन हो गए। जानकारों के अनुसार सोया डीओसी में इस समय भी
निर्यात मांग कमजोर बनी हुई है, आगे नई फसल की आवक बनने पर घरेलू मंडियों
में सोयाबीन के भाव कैसे रहते हैं, इस पर सोया डीओसी की निर्यात मांग
निर्भर करेगी।.............. आर एस राणा
17 सितंबर 2020
अगस्त में डीओसी का निर्यात 25 फीसदी घटा, विश्व बाजार में दाम नीचे
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