आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पोल्ट्री उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए 15 फीसदी शुल्क पर चार लाख टन मक्का आयात की अनुमति दी है। मक्का का आयात केवल पोल्ट्री और स्टार्च मिलें ही कर पायेंगी, व्यापार के लिए आयात नहीं किया जायेगा।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार मुर्गीदाने के काम आने वाली मक्का का चार लाख टन का आयात करने की अनुमति दी गई है, इसका आयात 15 फीसदी शुल्क पर किया जायेगा, साथ ही आयात केवल पोल्ट्री और स्टार्च कंपनियों द्वारा ही किया जायेगा। डीजीएफटी के अनुसार व्यापार के लिए मक्का का आयात नहीं किया जायेगा। आयात करने के लिए कपंनियों को 31 अगस्त 2019 तक आवेदन करना होगा। इससे पहले जून में डीजीएफटी ने एक लाख टन मक्का के आयात की अनुमति दी थी। डीजीएफटी के अनुसार कर्नाटक सरकार ने मुर्गी दाना मक्का की मांग को देखते हुए मक्का का आयात कोटा बढ़ाये जाने की मांग की थी।
यूक्रेन से मक्का का आयात होने का अनुमान
निजामाबाद मंडी के मक्का कारोबारी पूनमचंद गुप्ता ने बताया कि शिकागो बोर्ड आफ ट्रेड (सीबॉट) में जुलाई महीने की मक्का के भाव 4.31 डॉलर प्रति बुशल और सितंबर महीने के वायदा में भाव 4.32 डॉलर प्रति बुशल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि जून में सरकार ने एक लाख टन मक्का के आयात की अनुमति दी थी, लेकिन अभी तक आयातित मक्का भारत नहीं पहुंची है। उन्होनें बताया कि ब्राजील और अमेरिका में जीएम मक्का का उत्पादन होता है, इसलिए आयात यूक्रेन से ही होने का अनुमान है। घरेलू मंडियों में खरीफ मक्का की आवक सितंबर-अक्टूबर में बनेगी, तथा आयातित मक्का भी सितंबर से पहले आने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में इसका असर आगे नई फसल की आवक के समय भाव पर पड़ सकता है।
सितंबर-अक्टूबर में आयेगी नई फसल
दिल्ली के मक्का कारोबारी कमलेश कुमार जैन ने बताया कि पंजाब और हरियाणा पहुंच मक्का के भाव 2,100 से 2,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं, तथा इस समय साठी मक्का की आवक ही हो रही है। सितंबर में बिहार की फसल आयेगी, जबकि अक्टूबर में कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और राजस्थान की नई फसल की आवक बनने के बाद ही भाव में गिरावट आने का अनुमान है।
एमएसपी में की 60 रुपये की बढ़ोतरी
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए मक्का के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 60 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,760 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
रबी में उत्पादन अनुमान कम
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में रबी सीजन में मक्का का उत्पादन घटकर 70.19 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में 80.63 लाख टन का उत्पादन हुआ था। देश में खरीफ में मक्का का ज्यादा उत्पादन होता है। फसल सीजन 2018-19 में खरीफ और रबी सीजन को मिलाकर कुल उत्पादन 278.2 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 287.5 लाख टन का उत्पादन हुआ था।......... आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पोल्ट्री उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए 15 फीसदी शुल्क पर चार लाख टन मक्का आयात की अनुमति दी है। मक्का का आयात केवल पोल्ट्री और स्टार्च मिलें ही कर पायेंगी, व्यापार के लिए आयात नहीं किया जायेगा।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार मुर्गीदाने के काम आने वाली मक्का का चार लाख टन का आयात करने की अनुमति दी गई है, इसका आयात 15 फीसदी शुल्क पर किया जायेगा, साथ ही आयात केवल पोल्ट्री और स्टार्च कंपनियों द्वारा ही किया जायेगा। डीजीएफटी के अनुसार व्यापार के लिए मक्का का आयात नहीं किया जायेगा। आयात करने के लिए कपंनियों को 31 अगस्त 2019 तक आवेदन करना होगा। इससे पहले जून में डीजीएफटी ने एक लाख टन मक्का के आयात की अनुमति दी थी। डीजीएफटी के अनुसार कर्नाटक सरकार ने मुर्गी दाना मक्का की मांग को देखते हुए मक्का का आयात कोटा बढ़ाये जाने की मांग की थी।
यूक्रेन से मक्का का आयात होने का अनुमान
निजामाबाद मंडी के मक्का कारोबारी पूनमचंद गुप्ता ने बताया कि शिकागो बोर्ड आफ ट्रेड (सीबॉट) में जुलाई महीने की मक्का के भाव 4.31 डॉलर प्रति बुशल और सितंबर महीने के वायदा में भाव 4.32 डॉलर प्रति बुशल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि जून में सरकार ने एक लाख टन मक्का के आयात की अनुमति दी थी, लेकिन अभी तक आयातित मक्का भारत नहीं पहुंची है। उन्होनें बताया कि ब्राजील और अमेरिका में जीएम मक्का का उत्पादन होता है, इसलिए आयात यूक्रेन से ही होने का अनुमान है। घरेलू मंडियों में खरीफ मक्का की आवक सितंबर-अक्टूबर में बनेगी, तथा आयातित मक्का भी सितंबर से पहले आने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में इसका असर आगे नई फसल की आवक के समय भाव पर पड़ सकता है।
सितंबर-अक्टूबर में आयेगी नई फसल
दिल्ली के मक्का कारोबारी कमलेश कुमार जैन ने बताया कि पंजाब और हरियाणा पहुंच मक्का के भाव 2,100 से 2,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं, तथा इस समय साठी मक्का की आवक ही हो रही है। सितंबर में बिहार की फसल आयेगी, जबकि अक्टूबर में कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और राजस्थान की नई फसल की आवक बनने के बाद ही भाव में गिरावट आने का अनुमान है।
एमएसपी में की 60 रुपये की बढ़ोतरी
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए मक्का के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 60 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,760 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
रबी में उत्पादन अनुमान कम
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में रबी सीजन में मक्का का उत्पादन घटकर 70.19 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में 80.63 लाख टन का उत्पादन हुआ था। देश में खरीफ में मक्का का ज्यादा उत्पादन होता है। फसल सीजन 2018-19 में खरीफ और रबी सीजन को मिलाकर कुल उत्पादन 278.2 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 287.5 लाख टन का उत्पादन हुआ था।......... आर एस राणा
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