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07 जुलाई 2019

दावा किसानों की आमदनी दोगनुी करने का, समर्थन मूल्य बढ़ाया 1.07 से 9.14 फीसदी

आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का दावा करने वाली केंद्रीय सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 1.07 फीसदी से 9.14 फीसदी की ही बढ़ोतरी की है। मूंग के समर्थन मूल्य में सबसे कम 1.07 फीसदी की और सबसे ज्यादा सोयाबीन का समर्थन मूल्य 9.14 फीसदी बढ़ाया है। खरीफ की प्रमुख फसल धान का एमएसपी मात्र 3.6 से 3.7 फीसदी और कपास एमएसपी 1.83 से 2.03 फीसदी ही बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए धान के एमएसपी में 65 रुपये और कपास के एमएसपी में 100 से 105 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का फैसला किया गया है। अत: कॉमन वेरायटी धान का एमएसपी 1,750 रुपये से बढ़कर 1,815 रुपये और ए-ग्रेड धान का एमएसपी 1,770 रुपये से बढ़ाकर 1,835 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। पिछले खरीफ विपणन सीजन 2018-19 में सरकार ने धान के एमएसपी में 180 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी।
कपास के समर्थन मूल्य में 100 से 105 रुपये की बढ़ोतरी
कपास का एमएसपी खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए केंद्र सरकार ने बढ़ाकर मीडियम स्टेपल का 5,255 रुपये और लॉन्ग स्टेपल कपास का 5,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। इनके इनके समर्थन मूल्य में 105 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी ही की है, जबकि पिछले साल कपास के एमएसपी में 1,130 रुपये की प्रति क्विंटल बढ़ाया था।
दलहन के समर्थन मूल्य में मामूली बढ़ोतरी
खरीफ दलहन की प्रमुख फसलों अरहर के एमएसपी में खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए 125 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर समर्थन मूल्य 5,800 रुपये, उड़द के एमएसपी में 100 रुपये की बढ़ोतरी कर समर्थन मूल्य 5,700 रुपये जबकि मूंग के समर्थन मूल्य में 75 रुपये की बढ़ोतरी भाव 7,050 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। पिछले खरीफ सीजन में केंद्र सरकार ने मूंग के एमएसपी में 1,400 रुपये, उड़द के एमएसपी में 225 रुपये और उड़द के एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी।
सोयाबीन और मूंगफली के एमएसपी में पिछले साल से कम बढ़ोतरी
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन के एमएसपी में 311 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 3,710 रुपये, मूंगफली के समर्थन मूल्य में 200 रुपये की बढ़ोतरी भाव 5,090 रुपये प्रति क्विंटल तय किए हैं। पिछले खरीफ सीजन में केंद्र सरकार सोयाबीन का समर्थन मूल्य 349 रुपये और मूंगफली का समर्थन मूल्य 440 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया था। सूरजमुखी के समर्थन मूल्य पर 262 रुपये की बढ़ोतरी भाव 5,650 रुपये, तिल के समर्थन मूल्य पर में 236 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 6,485 रुपये और रामतिल के समर्थन मूल्य पर 63 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 5,940 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
ज्वार और रागी का समर्थन मूल्य 120 और 235 रुपये बढ़ाया
मोटे अनाजों में ज्वार मालदंडी के समर्थन मूल्य में 120 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,570 रुपये और रागी का समर्थन मूल्य 253 रुपये बढ़ाकर 3,150 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। पिछले खरीफ में सरकार ने ज्वार मालदंडी के समर्थन मूल्य पर 725 रुपये और रागी के समर्थन मूल्य में 997 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी। ज्वार हाईब्रीड के समर्थन मूल्य में 120 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। पिछले साल इसके समर्थन मूल्य में 730 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी। मक्का के समर्थन मूल्य में मात्र 60 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,760 रुपये और बाजरा के समर्थन मूल्य में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किए हैं। पिछले साल सरकार ने मक्का का समर्थन मूल्य 275 रुपये और बाजरा का समर्थन मूल्य 525 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया था।       आर एस राणा

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