आर एस राणा
नई दिल्ली। आधा जुलाई बीतने के बाद भी देश के करीब 15 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश सामान्य से कम होने के कारण केंद्र सरकार को महगांई का डर सताने लगा है। इसलिए केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि अपनी जरुरत के हिसाब दलहन खासकर के अरहर और प्याज लेने के लिए पहले ही बता दे। राज्यों को केंद्र सरकार इनकी सप्लाई बफर स्टॉक से करेगी।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सरकार अरहर और प्याज की कीमतों को लेकर सतर्क है, इसीलिए केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वो अपनी जरुरत पहले ही बता दे, ताकि उसके अनुरूप राज्यों को सप्लाई की जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों से महीने की खपत के हिसाब से ब्यौरा देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि दलहन के साथ ही प्याज की बिक्री केंद्रीय भंडार, सफल एवं मदर डेयरी के आउटलेट के जरिए की जायेगी।
उत्पादक मंडियों में बिक रहे हैं नीचे भाव पर
केंद्रीय पूल में 52,000 टन प्याज और करीब 39 लाख टन दालों का स्टॉक है, जिसमें अरहर का स्टॉक करीब 10 लाख टन का है। महाराष्ट्र की मालेगांव मंडी में बुधवार को प्याज का भाव 425 से 1,132 रुपये प्रति क्विंटल और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 600 से 1,750 रुपये प्रति क्विंटल रहा। खुदरा में प्याज 30 से 35 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। दलहन में अरहर दाल के भाव खुदरा में 95 से 100 रुपये प्रति किलो है जबकि उत्पादक मंडियों में अरहर 5,300 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5,800 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
प्याज का उत्पादन अनुमान ज्यादा, अरहर का कम
कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में प्याज का उत्पादन 1.5 फीसदी बढ़कर 2.36 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 2.32 करोड़ टन का हुआ था। हालांकि चालू फसल सीजन में अरहर के उत्पादन में कमी आने का अनुमान है। मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार अरहर का उत्पादन घटकर 35 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 42.9 लाख टन का हुआ था। हालांकि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 में अरहर के आयात की मात्रा को 2 दो लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन कर रखा है, इसके साथ ही करीब पौने दो लाख टन अरहर का आयात मौजाम्बिक से केंद्र सरकार द्वारा किए गए अनुबंध के आधार पर होगा।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। आधा जुलाई बीतने के बाद भी देश के करीब 15 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश सामान्य से कम होने के कारण केंद्र सरकार को महगांई का डर सताने लगा है। इसलिए केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि अपनी जरुरत के हिसाब दलहन खासकर के अरहर और प्याज लेने के लिए पहले ही बता दे। राज्यों को केंद्र सरकार इनकी सप्लाई बफर स्टॉक से करेगी।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सरकार अरहर और प्याज की कीमतों को लेकर सतर्क है, इसीलिए केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वो अपनी जरुरत पहले ही बता दे, ताकि उसके अनुरूप राज्यों को सप्लाई की जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों से महीने की खपत के हिसाब से ब्यौरा देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि दलहन के साथ ही प्याज की बिक्री केंद्रीय भंडार, सफल एवं मदर डेयरी के आउटलेट के जरिए की जायेगी।
उत्पादक मंडियों में बिक रहे हैं नीचे भाव पर
केंद्रीय पूल में 52,000 टन प्याज और करीब 39 लाख टन दालों का स्टॉक है, जिसमें अरहर का स्टॉक करीब 10 लाख टन का है। महाराष्ट्र की मालेगांव मंडी में बुधवार को प्याज का भाव 425 से 1,132 रुपये प्रति क्विंटल और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 600 से 1,750 रुपये प्रति क्विंटल रहा। खुदरा में प्याज 30 से 35 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। दलहन में अरहर दाल के भाव खुदरा में 95 से 100 रुपये प्रति किलो है जबकि उत्पादक मंडियों में अरहर 5,300 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5,800 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
प्याज का उत्पादन अनुमान ज्यादा, अरहर का कम
कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में प्याज का उत्पादन 1.5 फीसदी बढ़कर 2.36 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 2.32 करोड़ टन का हुआ था। हालांकि चालू फसल सीजन में अरहर के उत्पादन में कमी आने का अनुमान है। मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार अरहर का उत्पादन घटकर 35 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 42.9 लाख टन का हुआ था। हालांकि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 में अरहर के आयात की मात्रा को 2 दो लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन कर रखा है, इसके साथ ही करीब पौने दो लाख टन अरहर का आयात मौजाम्बिक से केंद्र सरकार द्वारा किए गए अनुबंध के आधार पर होगा।.......... आर एस राणा
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