कुल पेज दृश्य

14 जुलाई 2019

देश के 15 राज्यों में मानसूनी बारिश कम, अलनीनो कमजोर होने से आगे सुधार आने का अनुमान

आर एस राणा
नई दिल्ली। लगभग आधा जुलाई बीतने का है तथा अभी भी देश के 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश सामान्य से कम हुई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पहली जून से 13 जुलाई तक देशभर में सामान्य से 12 फीसदी बारिश कम दर्ज की गई जिसका असर खरीफ फसलों की बुआई पर भी पड़ा है। इस दौरान पूरे देश में 246.3 मिलीमीटर बारिश ही हुई है जबकि सामान्यत: 279.8 मिलीमीटर होती है। अलीनानो कमजोर हुआ है जिससे आगे बारिश में सुधार आने का अनुमान है।
आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अल-नीनो कमजोर हो रहा है इसलिए उम्‍मीद है कि आगे मानसून अच्छा रहेगा। आने वाले दिनों में मानसूनी बारिश में सुधार आ सकता है। उन्होंने बताया कि बारिश की कमी जून के अंत में 33 फीसदी थी जोकि 13 जुलाई तक घटकर 12 फीसदी रह गई है। उन्होंने बताया कि समुद्र के तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आए बदलाव के लिए उत्तरदायी समुद्री घटना को अलनीनो कहा जाता है।
कई राज्यों के किसानों को मानसूनी बारिश का इंतजार
आईएमडी के अनुसार पहली जून से 13 जुलाई तक दिल्ली में मानसूनी बारिश सामान्य से 90 फीसदी कम, हरियाणा में 57 फीसदी, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में क्रमश: 32 और 36 फीसदी, उत्तराखंड में 38 फीसदी, गुजरात में 33 फीसदी, आंध्रप्रदेश में 38 फीसदी, तेलंगाना और तमिलनाडु में क्रमश: 33 और 39 फसीदी कम हुई है। केरल में चालू मानसूनी सीजन में सामान्य से 46 फीसदी, झारखंड में 32 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 35 फीसदी तथा मणिपुर में 57 फीसदी कम दर्ज की गई है। इन राज्यों के किसानों को मानसून की अच्छी बारिश का अभी भी इंतजार है।
मौसम की निजी जानकारी देने वाली कंपनी स्काई मेट के अनुसार पंजाब के उत्तरी भागों से उत्तरी हरियाणा, उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों और बिहार से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। इसी ट्रफ का एक अन्य हिस्सा, उत्तर-पश्चिमी बिहार से झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिणी बांग्लादेश तक फैला हुआ है। इस सिस्टम के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश और इससे लगे बिहार पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
अगले 24 घंटों का मौसम पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों के तराई के इलाकों में बारिश की कमी होने के आसार हैं। हालांकि इन इलाकों में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। बिहार में भारी से अति भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके कारण बिहार के दक्षिण-पूर्वी और तराई के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थितियां बनी हुई हैं।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के मध्य भागों, दक्षिण-कोंकण, उत्तरी कर्नाटक के तटीय इलाकों और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के एक-दो स्थानों में भी भारी बारिश होने के आसार हैं। केरल, दक्षिणी कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के तटों और तेलंगाना के पूर्वी हिस्सों समेत दक्षिणी जम्मू-कश्मीर तथा उत्तरी पंजाब के कुछ स्थानों में मध्यम बारिश हो सकती है। पंजाब के अन्य इलाकों, उत्तरी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, गुजरात, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ स्थानों में हल्की बारिश जारी रह सकती है। राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और इससे सटे उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा।
बीते 24 घंटों उत्तरी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई भारी बारिश
बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, दक्षिणी महाराष्ट्र और उत्तरी कर्नाटक समेत पूर्वोत्तर राज्यों में भारी भारी बारिश देखने को मिली है।हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य उत्तर प्रदेश और उत्तरी उत्तर प्रदेश के तराई भागों, दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों समेत उत्तरी झारखंड, मध्य पश्चिम बंगाल, मध्य महाराष्ट्र और आंतरिक दक्षिणी आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी तमिलनाडु से सटे हुए इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हुई है।
इसके अलावा ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तरी कर्नाटक, केरल और आंतरिक तमिलनाडु के कुछ स्थानों में हल्की बारिश देखने को मिली है। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, कच्छ और पश्चिमी मध्य प्रदेश में मौसम शुष्क रहा।.............. आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: