आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू फसल सीजन 2017-18 के अक्टूबर से जून के दौरान सोयाबीन का
निर्यात बढ़कर 2.19 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि में
इसका निर्यात 2.04 लाख टन का ही हुआ था। निर्यात में बढ़ोतरी के साथ घरेलू
खपत ज्यादा होने से नई फसल के समय उत्पादक मंडियों में सोयाबीन का बकाया
स्टॉक कम बचने की संभावना है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ
इंडिया (सोपा) के अनुसार अक्टूबर से जून के दौरान 75 लाख टन सोयाबीन की आवक
हो चुकी है तथा मंडियों में करीब 14.61 लाख टन का बकाया स्टॉक ही बचा हुआ
है। जुलाई-अगस्त में करीब 11-12 लाख टन की खपत होने का अनुमान है इसलिए
बकाया स्टॉक 4 लाख टन से कम ही बचने की उम्मीद है। पिछले साल नई फसल की आवक
के समय उत्पादक मंडियों में सोयाबीन का बकाया स्टॉक 13 लाख टन का बचा था।
सोपा
के अनुसार सोया डीओसी का निर्यात घटकर चालू फसल सीजन में अक्टूबर से जून
के दौरान 13.61 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि में
इसका निर्यात 16.34 लाख टन का हुआ था। चालू फसल सीजन में सोया डीओसी का कुल
निर्यात 15 लाख टन होने का अनुमान है।
सोपा के अनुसार फसल सीजन
2017-18 में सोयाबीन का उत्पादन 83.50 लाख टन का हुआ था, जबकि बकाया स्टॉक
13 लाख टन को मिलाकर कुल उपलब्धता 96.50 लाख टन की बैठी थी।............... आर एस राणा
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