आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने मटर के आयात पर लगी रोक की अवधि को तीन महीने
बढ़ाकर 30 सितंबर 2018 तक कर दिया है। इस दौरान पीली मटर के साथ ही हरी मटर
के अलावा किसी भी अन्य तरह की मटर का आयात नहीं होगा। आयात पर लगी रोक की
अवधि बढ़ाने से घरेलू मंडियों में मटर समेत अन्य दालों की कीमतों में हल्का
सुधार आने का अनुमान है।
30 जून 2018 तक लगी हुई थी रोक
विदेश
व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा सोमवार को जारी अधिसूचना के अनुसार
मटर के आयात पर लगी रोक की अवधि को 30 सितंबर 2018 तक बढ़ा दिया है। इससे
पहले केंद्र सरकार ने 30 जून 2018 तक इसके आयात पर रोक लगाई थी।
दलहन के आयात में मटर की हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा
दलहन
के कुल आयात में सबसे ज्यादा मटर की हिस्सेदारी होती है, जबकि फसल सीजन
2017-18 में दलहन की रिकार्ड घरेलू पैदावार से उत्पादक मंडियों में दालों
की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बनी हुई है। कृषि
मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर
के दौरान 46.89 लाख टन दालों का आयात हुआ है, इसमें 24.54 लाख टन मटर है
जोकि कुल आयात का 52.33 फीसदी है। वित्त वर्ष 2016-17 में दलहन का कुल आयात
66.08 लाख टन का हुआ था, इस दौरान 31.72 लाख टन मटर का आयात हुआ था।
दलहन का रिकार्ड उत्पादन अनुमान
कृषि
मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2017-2018 में दलहन का रिकार्ड 245.1 लाख टन
उत्पादन होने का अनुमान है जबकि 2016-17 में इनका उत्पादन 231.3 लाख टन का
ही हुआ था। ............ आर एस राणा
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