आर एस राणा
नई
दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण जून में डीओसी के निर्यात
में 34 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 1,66,833 टन का ही हुआ है जबकि
पिछले साल जून में इनका निर्यात 2,51,124 टन का हुआ था। सरसों, राइसब्रान
और केस्टर डीओसी के निर्यात में तो मई के मुकाबले जून में कमी आई है लेकिन
सोया डीओसी का निर्यात इस दौरान बढ़ा है।
साल्वेंट
एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष
2018-19 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान डीओसी के कुल निर्यात
में 9 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 6,54,774 टन का हुआ है जबकि पिछले
वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से जून के दौरान इनका निर्यात 5,99,346 टन
का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार जून महीने में सोया डीओसी का
निर्यात बढ़कर 1,04,088 टन का हुआ है जबकि मई में इसका निर्यात केवल 76,026
टन का ही हुआ था। सरसों डीओसी का निर्यात जून में 54,191 टन का ही हुआ है
जबकि मई में इसका निर्यात 1,33,916 टन का हुआ था।
एसईए के
कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी मेहता ने बताया कि चीन और अमेरिका के बीच चल
रहे ट्रेड वार के कारण भारत से डीओसी का निर्यात बढ़ने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि चीन ने भारत से 2012 के बाद से आयात बंद कर दिया था जबकि
उससे पहले भारत से 3.5 से 4 लाख टन सरसों डीओसी का और एक लाख टन सोया
डीओसी का आयात करता था।
एसईए के अनुसार भारतीय बंदरगाह पर जून
में सोया डीओसी के औसत भाव 445 डॉलर और सरसों डीओसी के 227 डॉलर प्रति टन
रहे जबकि मई में इनके औसत भाव क्रमश: 467 और 227 डॉलर प्रति टन थे।...... आर एस राणा
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