आर
एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क में बढ़ोतरी के साथ ही रुपये के
मुकाबले डॉलर की मजबूती से जून में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 23
फीसदी घटकर 10,42,003 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल जून महीने में इनका
आयात 13,44,868 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन
आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2017-18 (नवंबर-17 से
अक्टूबर-18) के पहले 8 महीनों नवंबर से जून के दौरान खाद्य एवं अखाद्य
तेलों का कुल आयात 2.2 फीसदी घटकर 96,46,538 टन का ही हुआ है जबकि पिछले
तेल वर्ष की सामान अवधि में इनका आयात 98,67,572 टन का हुआ था। एसईए के
कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी मेहता ने बताया कि हाल में केंद्र सरकार ने
आयातित खाद्य तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी की थी, जबकि रुपये की तुलना
में डॉलर मजबूत बना हुआ है। इसीलिए आयातित खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात
में कमी आई है। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में हल्की कमजोरी आई है और
एक डॉलर की कीमत 68.75 रुपये के पार चली गई।
एसईए के अनुसार मई
के मुकाबले जून में आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
जून में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन का भाव घटकर 631 डॉलर प्रति टन
रह गया जबकि मई में इसका भाव 661 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम
तेल का भाव इस दौरान 652 डॉलर प्रति टन से घटकर 623 डॉलर प्रति टन रह गया।
घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी-मंदी आगामी दिनों रुपये के
मुकाबले डॉलर की स्थिति पर निर्भर करेगी।.............. आर
एस राणा
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