आर एस राणा
नई
दिल्ली। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की देशव्यापी हड़ताल के कारण
कपास के कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। एक तरफ जहां यार्न मिलों में
कपास की आवक नहीं होने से मिलें बंद होने के कगार पर है, वहीं शिपमेंट नहीं
होने से निर्यातकों को भी नुकसान लग रहा है।
कॉटन एसोसिएशन आॅफ
इंडिया (सीएआई) के अध्यक्ष अतुल एस गणात्रा के अनुसार 20 जुलाई से ट्रकों
की देशव्यापी हड़ताल चल रही है, जिस कारण यार्न मिलों में कपास की आवक बंद
हो गई है। कच्चे माल की आवक नहीं होने से यार्न मिलों के बंद होने की
स्थिति बन गई है। कपास की आपूर्ति नहीं होने से व्यापारियों को भुगतान की
समस्या भी आ रही है।
उन्होंने बताया कि ट्रकों की उपलब्धता नहीं
होने के कारण कपास निर्यात के लिए शिपमेंट भी नहीं हो पा रही है, जिस कारण
निर्यातकों को भारी नुकसान लग रहा है। ट्रक हड़ताल के कारण कपास का पूरा
व्यापार लगभग ठप्प सा हो गया है। इसलिए हमारा सरकार से निवेदन है कि जितनी
जल्दी हो सके, इस समस्या का समाधान निकाला जाए।
ऑल इंडिया मोटर
ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की देशव्यापी हड़ताल आज सातवें दिन भी जारी रही।
डीजलों की दरों में कमी, इंश्योरेंस पॉलिसी व अन्य मांगों को लेकर ऑल
इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने 20 जुलाई (शुक्रवार) से पूरे देश में
बेमियादी ट्रक हड़ताल की घोषणा की हुई है।............ आर एस राणा
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