आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने जुलाई महीने के लिए 16.50 लाख टन चीनी का कोटा
जारी किया है, जोकि जून की तुलना में 4.5 लाख टन कम है। जुलाई से चीनी में
त्यौहारी मांग शुरू हो जाती है अत: कोटा कम जारी करने से चीनी की कीमतों
में आगामी दिनों में तेजी बनने की संभावना है।
व्यापारियों के
अनुसार उम्मीद से कोटा कम जारी करने और त्यौहारी मांग के कारण शनिवार को
चीनी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली में चीनी के भाव बढ़कर 3,650
से 3,700 रुपये और उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव 3,400 से
3,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। महाराष्ट्र में चीनी के बाद बढ़कर इस
दौरान 3,100 से 3,200 रुपये रुपये प्रति क्विंटल हो गए। केंद्र सरकार ने
चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव 2,900 रुपये प्रति क्विंटल तय कर रखे हैं।
केंद्र
सरकारी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार जुलाई के लिए खुले बाजार में बेचने
के लिए 16.50 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया गया है। हालांकि महाराष्ट्र
में करीब 2 लाख टन जून महीने का बकाया भी बचा हुआ है। ऐसे में जुलाई महीने
में कुल उपलब्धता 18.50 लाख टन चीनी की होगी। जून महीने के लिए केंद्र
सरकार ने 21 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया था।
उद्योग के अनुसार
चालू पेराई सीजन 2017-18 में चीनी का रिकार्ड उत्पादन 320 लाख टन के करीब
हुआ है जबकि पिछले साल कुल उत्पादन 203 लाख टन का ही हुआ था। देश में चीनी
की सालाना खपत 245 से 250 लाख टन की होती है।
गन्ना पेराई सीजन
समाप्त हो चुका है जबकि चीनी मिलों पर अभी भी किसानों का बकाया करीब 19,816
करोड़ रुपये बचा हुआ है, इसमें सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश के
किसानों की है। चीनी मिलों द्वारा भुगतान नहीं किए जाने से गन्ना किसानों
को भारी आर्थिक दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।............आर एस राणा
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