आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में देशभर में मानसूनी बारिश 7 फीसदी कम होने से
खरीफ फसलों की बुवाई में 14.17 फीसदी की कमी आकर कुल बुवाई 333.78 लाख
हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 388.88 लाख हैक्टेयर
में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ फसलों की बुवाई बारिश पर निर्भर होने के कारण
आगे मानसून की चाल पर ही निर्भर करेगी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू सीजन में अभी तक केवल 67.25 लाख
हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई 79.08 लाख
हैक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ दलहनी फसलों की बुवाई भी चालू सीजन में घटकर
33.60 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 41.67 लाख
हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ दलहन की प्रमुख फसलों अरहर, उड़द और
मूंग की बुवाई पिछले साल की तुलना में पिछे चल रही है।
मोटे
अनाजों की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 57.35 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है
जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 66.27 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मोटे अनाजों में मक्का की बुवाई 35.90 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि
पिछले साल इस समय तक 38.75 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। बाजरा की
बुवाई भी पिछले साल की तुलना में पिछड़ी है।
तिलहनी फसलों की
बुवाई भी चालू खरीफ में घटकर अभी तक केवल 63.59 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई
है जबकि पिछले साल इस समय इनकी बुवाई 73.45 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई अभी तक केवल 51.64 लाख
हैक्टेयर में और मूंगफली की 9.39 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है। पिछले साल
इस समय इनकी बुवाई क्रमश: 53.70 और 16.57 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
कपास
की बुवाई भी चालू खरीफ सीजन में घटकर 54.60 लाख हैक्टेयर में हो पाई है
जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 71.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
गन्ने की बुवाई जरुर चालू खरीफ में बढ़कर 50.44 लाख हैक्टेयर में हो चुकी
है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 49.64 लाख हैक्टेयर में ही
हुई थी। ............. आर एस राणा
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