आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में राजस्थान में सामान्य के मुकाबले ज्यादा बारिश होने के बावजूद भी खरीफ फसलों की बुवाई पिछड़ रही है। राज्य में 26 जुलाई तक 130.45 लाख हैक्टेयर में ही खरीफ फसलों की बुवाई हो पाई है जोकि पिछले साल इस समय तक 139.79 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में राज्य में पहली जून से 28 जुलाई तक सामान्य के मुकाबले 21 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।
बजारा, मक्का की बुवाई पिछड़ी
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में 26 जुलाई तक राज्य में मोटे अनाजों के साथ ही दलहनी फसलों मोठ और उड़द की बुवाई तो पिछे चल रही है लेकिन तिलहनी फसलों में सोयाबीन और मूंगफली की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है। मोटे अनाजों की प्रमुख फसल बाजरा की बुवाई चालू खरीफ में घटकर राज्य में अभी तक केवल 34.65 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 42.33 लाख हैक्टेयर में इसकी बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से मक्का की बुवाई घटकर 8.55 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 8.63 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
धान की रोपाई में बढ़ोतरी
धान की रोपाई चालू खरीफ सीजन में राज्य में 1.42 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल के 1.24 लाख हैक्टेयर से ज्यादा ही है। ज्वार की बुवाई चालू खरीफ में राज्य में 5.10 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 5.01 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी।
मूंग की बुवाई ज्यादा, मोठ, उड़द की कम
खरीफ दलहन की प्रमुख फसल मूंग की बुवाई बढ़कर चालू सीजन में अभी तक 16.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 15.04 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। मोठ की बुवाई राज्य में पिछले साल के 11 लाख हैक्टेयर से घटकर केवल 7.53 लाख हैक्टेयर में और उड़द की बुवाई पिछले साल के 5.40 लाख हैक्टेयर से कम होकर 4.27 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। दलहन की कुल बुवाई चालू सीजन में 28.93 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 32.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
सोयाबीन और मूंगफली की बुवाई बढ़ी
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई बढ़कर चालू खरीफ सीजन में 10.28 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 9.10 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। इसी तरह से मूंगफली की बुवाई भी बढ़कर चालू खरीफ में 5.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 5.62 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। खरीफ तिलहनों की कुल बुवाई चालू सीजन में राज्य में अभी तक 18.92 लाख हैकटेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 17.91 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
ग्वार सीड की बुवाई ज्यादा, कपास की कम
ग्वार सीड की बुवाई चालू सीजन में बढ़कर 24.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 23.21 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। कपास की बुवाई पिछले साल के 5.03 लाख हैक्टेयर से घटकर 4.96 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। .............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में राजस्थान में सामान्य के मुकाबले ज्यादा बारिश होने के बावजूद भी खरीफ फसलों की बुवाई पिछड़ रही है। राज्य में 26 जुलाई तक 130.45 लाख हैक्टेयर में ही खरीफ फसलों की बुवाई हो पाई है जोकि पिछले साल इस समय तक 139.79 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में राज्य में पहली जून से 28 जुलाई तक सामान्य के मुकाबले 21 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।
बजारा, मक्का की बुवाई पिछड़ी
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में 26 जुलाई तक राज्य में मोटे अनाजों के साथ ही दलहनी फसलों मोठ और उड़द की बुवाई तो पिछे चल रही है लेकिन तिलहनी फसलों में सोयाबीन और मूंगफली की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है। मोटे अनाजों की प्रमुख फसल बाजरा की बुवाई चालू खरीफ में घटकर राज्य में अभी तक केवल 34.65 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 42.33 लाख हैक्टेयर में इसकी बुवाई हो चुकी थी। इसी तरह से मक्का की बुवाई घटकर 8.55 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 8.63 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
धान की रोपाई में बढ़ोतरी
धान की रोपाई चालू खरीफ सीजन में राज्य में 1.42 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल के 1.24 लाख हैक्टेयर से ज्यादा ही है। ज्वार की बुवाई चालू खरीफ में राज्य में 5.10 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 5.01 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी।
मूंग की बुवाई ज्यादा, मोठ, उड़द की कम
खरीफ दलहन की प्रमुख फसल मूंग की बुवाई बढ़कर चालू सीजन में अभी तक 16.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 15.04 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। मोठ की बुवाई राज्य में पिछले साल के 11 लाख हैक्टेयर से घटकर केवल 7.53 लाख हैक्टेयर में और उड़द की बुवाई पिछले साल के 5.40 लाख हैक्टेयर से कम होकर 4.27 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। दलहन की कुल बुवाई चालू सीजन में 28.93 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 32.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
सोयाबीन और मूंगफली की बुवाई बढ़ी
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई बढ़कर चालू खरीफ सीजन में 10.28 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 9.10 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। इसी तरह से मूंगफली की बुवाई भी बढ़कर चालू खरीफ में 5.82 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 5.62 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। खरीफ तिलहनों की कुल बुवाई चालू सीजन में राज्य में अभी तक 18.92 लाख हैकटेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 17.91 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
ग्वार सीड की बुवाई ज्यादा, कपास की कम
ग्वार सीड की बुवाई चालू सीजन में बढ़कर 24.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 23.21 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। कपास की बुवाई पिछले साल के 5.03 लाख हैक्टेयर से घटकर 4.96 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। .............आर एस राणा