शुक्रवार से मौसम का कमोबेश पूरे देश में बदल गया है। मध्य और दक्षिण
भारत के कई इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक गोवा और
मुंबई समेत महाराष्ट्र के ज्यादातर इलाकों में आज भी बारिश जारी रहेगी और
अगले 24 घंटों के दौरान इन इलाकों के अलावा गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश
और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा दक्षिण
भारत के कर्नाटक और केरल में भी जोरदार बारिश होने का अनुमान है।
इस बार राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश हो रही है। खास करके पश्चिमी राजस्थान, जहां आमतौर पर मॉनसून सबसे देर में पहुंचा है लेकिन इस बार 27 साल में पहली बार जून के महीने में बाड़मेर में बारिश हुई है। कल पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से करीब 10 गुना ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई वहीं पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 2 गुना बारिश हुई। इस तरह से पूरे राजस्थान में इस साल अच्छी बारिश देखी जा रही है।
बारिश के बाद राजस्थान में खेती की शुरुआत हो गई है। राज्य सरकार का दावा है मौसम को देखते हुए खेती की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं और किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। राजस्थान सरकार की तैयारी की बात करें तो इस साल 154 लाख हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 8.30 लाख क्विंटल बीज की व्यवस्था की गई है। जिसमें 2 लाख क्विंटल सोयाबीन बीज और 1.10 लाख क्विंटल बाजरा बीज का बीज शामिल है। सरकार ने 14 लाख टन खाद की व्यवस्था भी कर ली है।
इस बार राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश हो रही है। खास करके पश्चिमी राजस्थान, जहां आमतौर पर मॉनसून सबसे देर में पहुंचा है लेकिन इस बार 27 साल में पहली बार जून के महीने में बाड़मेर में बारिश हुई है। कल पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से करीब 10 गुना ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई वहीं पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 2 गुना बारिश हुई। इस तरह से पूरे राजस्थान में इस साल अच्छी बारिश देखी जा रही है।
बारिश के बाद राजस्थान में खेती की शुरुआत हो गई है। राज्य सरकार का दावा है मौसम को देखते हुए खेती की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं और किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। राजस्थान सरकार की तैयारी की बात करें तो इस साल 154 लाख हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 8.30 लाख क्विंटल बीज की व्यवस्था की गई है। जिसमें 2 लाख क्विंटल सोयाबीन बीज और 1.10 लाख क्विंटल बाजरा बीज का बीज शामिल है। सरकार ने 14 लाख टन खाद की व्यवस्था भी कर ली है।
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