आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में सोयाबीन का 41.41 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ है। पिछले दो महीने से औसतन सोयाबीन की खपत 4.50 लाख टन की हो रही है जबकि अक्टूबर में नई फसल की आवक बनेगी, ऐसे में अगले चार महीने में करीब 17 से 18 लाख टन सोयाबीन की खपत ही होगी, ऐसे में नई फसल के समय बकाया स्टॉक 23 से 24 लाख टन का बचेगा। इसलिए सोयाबीन की कीमतों में आगे तेजी की संभावना नहीं है। मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में शुक्रवार को सोयाबीन का भाव 2,875 से 2,925 रुपये और राजस्थान की कोटा मंडी में 2,600 से 2,825 रुपये तथा महाराष्ट्र की लातूर मंडी में 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रहा। सोया डीओसी का भाव इंदौर मंडी में 23,500 रुपये और कोटा मंडी में 23,000 से 23,800 रुपये प्रति टन रहा।
जानकारों के अनुसार चालू खरीफ में मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है, साथ ही घरेलू बाजार में सोयाबीन का बकाया स्टॉक भी ज्यादा है। वैसे भी विदेशी बाजार में भी सोयाबीन की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। इसका असर घरेलू बाजार में सोयाबीन की कीमतों पर रहेगा।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार चालू फसल सीजन में सोयाबीन का उत्पादन 114.91 लाख टन होने का अनुमान है जबकि नई फसल के समय बकाया स्टॉक करीब 4.41 लाख टन का बचा हुआ था। ऐसे में कुल उपलब्धता 119.32 लाख टन की है। इसमें से करीब 12 लाख टन सोयाबीन की खपत बीज में हो जायेगी तथा 107.32 लाख टन सोयाबीन की क्रेसिंग होगी, अभी तक करीब 61 लाख टन की खपत हो चुकी है।
सोपा के अनुसार चालू फसल सीजन 2016-17 में अक्टूबर से अप्रैल तक 49.47 लाख सोया डीओसी का उत्पादन हो चुका है तथा इसमें से करीब 13.82 लाख टन का निर्यात हो चुका है। ............. आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में सोयाबीन का 41.41 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ है। पिछले दो महीने से औसतन सोयाबीन की खपत 4.50 लाख टन की हो रही है जबकि अक्टूबर में नई फसल की आवक बनेगी, ऐसे में अगले चार महीने में करीब 17 से 18 लाख टन सोयाबीन की खपत ही होगी, ऐसे में नई फसल के समय बकाया स्टॉक 23 से 24 लाख टन का बचेगा। इसलिए सोयाबीन की कीमतों में आगे तेजी की संभावना नहीं है। मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में शुक्रवार को सोयाबीन का भाव 2,875 से 2,925 रुपये और राजस्थान की कोटा मंडी में 2,600 से 2,825 रुपये तथा महाराष्ट्र की लातूर मंडी में 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रहा। सोया डीओसी का भाव इंदौर मंडी में 23,500 रुपये और कोटा मंडी में 23,000 से 23,800 रुपये प्रति टन रहा।
जानकारों के अनुसार चालू खरीफ में मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है, साथ ही घरेलू बाजार में सोयाबीन का बकाया स्टॉक भी ज्यादा है। वैसे भी विदेशी बाजार में भी सोयाबीन की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। इसका असर घरेलू बाजार में सोयाबीन की कीमतों पर रहेगा।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार चालू फसल सीजन में सोयाबीन का उत्पादन 114.91 लाख टन होने का अनुमान है जबकि नई फसल के समय बकाया स्टॉक करीब 4.41 लाख टन का बचा हुआ था। ऐसे में कुल उपलब्धता 119.32 लाख टन की है। इसमें से करीब 12 लाख टन सोयाबीन की खपत बीज में हो जायेगी तथा 107.32 लाख टन सोयाबीन की क्रेसिंग होगी, अभी तक करीब 61 लाख टन की खपत हो चुकी है।
सोपा के अनुसार चालू फसल सीजन 2016-17 में अक्टूबर से अप्रैल तक 49.47 लाख सोया डीओसी का उत्पादन हो चुका है तथा इसमें से करीब 13.82 लाख टन का निर्यात हो चुका है। ............. आर एस राणा
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