मॉनसून ने बीते समय में प्रगति की है। यह छत्तीसगढ़ और ओड़ीशा के कुछ और भागों में पहुँच गया है। NLM इस समय वलसाड, नाशिक, परभणी, अदीलाबाद, जगदलपुर, भवानीपटना, चांदबाली, दिघा, कोलकाता और कृष्णानगर में बनी हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और इससे सटे भागों पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और पश्चिमी राजस्थान पर दिखाई दे रहा है।
पंजाब से उत्तर प्रदेश और बिहार के ऊपर से असम तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। यह ट्रफ हरियाणा, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी असम पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के मध्य से गुजर रही है।दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यहाँ से एक ट्रफ दक्षिणी कोंकण-गोवा तक बनी हुई है।
पश्चिमी तटों पर दक्षिणी कोंकण से तटीय कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
असम
और मेघालय में
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून
जमकर बरसा। शेष
पूर्वोत्तर राज्यों, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और
केरल में भी
सक्रिय मॉनसून के
चलते वर्षा हुई
है।
महाराष्ट्र, गोवा,
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा
और आंध्र प्रदेश
में कुछ स्थानों पर
हल्की से मध्यम
वर्षा दर्ज की
गई है।
पूर्वी
बिहार, पूर्वी उत्तर
प्रदेश, जम्मू कश्मीर
और हिमाचल प्रदेश
में कुछ स्थानों पर
अच्छी वर्षा देखने
को मिली। हरियाणा, राजस्थान और
गंगीय पश्चिम बंगाल
में एक-दो
स्थानों पर वर्षा रिकॉर्ड की
गई है।
उत्तरी
मध्य प्रदेश के
कई इलाके बीते
24 घंटों
से लू की
चपेट में हैं।
पूर्वी मध्य प्रदेश
और इससे सटे
दक्षिणी उत्तर प्रदेश, उत्तरी
राजस्थान, दिल्ली और दक्षिणी हरियाणा में
भी लू जैसे
हालात बने रहे. www.skymetweather.com
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