पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून कोंकण गोवा और तटीय कर्नाटक पर जोरदार रहा। सक्रिय मॉनसून की स्थिति केरल, दक्षिणी गुजरात, विदर्भ के कुछ हिस्से, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश पर बनी रही। जबकि तमिलनाडू, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाडा, पश्चिमी मध्य प्रदेश, झारखंड और बचे हुए पूर्वोत्तर राज्यों मे मॉनसून कमजोर रहा।
पिछले 24 घंटों के दौरान माथेरन में जोरदार 226 मिलीमीटर वर्षा रेकॉर्ड की गई। अलीबाग में 119 और भीरा में 151 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
पश्चिमी तट और
मध्य भारत मे
अच्छी मॉनसूनी वर्षा
के चलते 28 जून
तक कुल वर्षा
का आंकड़ा सामान्य हो गया
है। उत्तर-पश्चिम
में सामान्य से
26 प्रतिशत और दक्षिण
भारत सामान्य से
14 ज्यादा वर्षा हुई है।
पूर्वी और पूर्वोत्तर
भारत में 16 प्रतिशत
की कमी देखी
गई।
मानसून की उत्तरी
सीमा, बारमेर, चित्तोडगढ़,
गूना, सतना, सिद्धि,
और पटना से
गुजर रही है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून मध्य
प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश,
हरयाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल
प्रदेश और जम्मू
कश्मीर के हिस्सो
में और आगे
बढ़ सकता है
वही राजस्थान के
बाकी बचे हिस्सो
को भी अगले
दो से तीन
दिनो में कवर
कर लेगा। अगले 24 घंटों में मानसून कोंकण गोवा, दक्षिणी गुजरात और तटीए कर्नाटक पर काफी सक्रिय रहेगा। मुंबई में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
केरल, छत्तीसगढ़ और
पूवी मध्य प्रदेश
में मॉनसून
रहेगा। सामान्य मॉनसून की
सीतिथि गंगिए पश्चिम बंगाल,
ओड़ीशा, तटीए आंध्रा
प्रदेश, बिहार के तराई
वाले हिस्सो, दक्षिणपूर्वी
राजस्थान पर बनी
रहेगी। जबकि, मध्य प्रदेश,
महाराष्ट्र, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक,
तमिलनाडु, बिहार और झारखंड
के कुछ हिस्सो
पर मॉनसून कमजोर
रहेगा।
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