आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 में बासमती चावल का निर्यात 40 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में 39.99 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था। वित्त वर्ष 2015-16 में बासमती चावल का निर्यात 40.50 लाख टन का हुआ था।
ऑल इंडिया राईस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2017-18 में भी बासमती चावल का निर्यात 40 लाख टन के आसपास ही होगा, जबकि चालू सीजन में बासमती चावल का उत्पादन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। चालू सीजन में बासमती धान के भाव उत्पादक मडियों में उंचे हो गए थे, जिस कारण पंजाब और हरियाणा में किसान खासकर के पूसा 1,121 और 1,509 धान की रौपाई ज्यादा करेंगे। व्यापारियों के अनुसार जुलाई के बाद घरेलू बाजार में बासमती चावल के साथ ही धान की कीमतों में और मंदा आने का अनुमान है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले महीने अप्रैल में बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 3,89,406 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में इसका निर्यात 3,36,769 टन का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रौपाई 9.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 9.40 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। अभी तक गैर-बासमती चावल की रौपाई ही शुरु हुई है, पंजाब और हरियाणा में पूसा 1,121 बासमती धान और पूसा-1,509 पूसा की रौपाई जुलाई में शुरु होगी।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 में बासमती चावल का निर्यात 40 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में 39.99 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था। वित्त वर्ष 2015-16 में बासमती चावल का निर्यात 40.50 लाख टन का हुआ था।
ऑल इंडिया राईस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2017-18 में भी बासमती चावल का निर्यात 40 लाख टन के आसपास ही होगा, जबकि चालू सीजन में बासमती चावल का उत्पादन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। चालू सीजन में बासमती धान के भाव उत्पादक मडियों में उंचे हो गए थे, जिस कारण पंजाब और हरियाणा में किसान खासकर के पूसा 1,121 और 1,509 धान की रौपाई ज्यादा करेंगे। व्यापारियों के अनुसार जुलाई के बाद घरेलू बाजार में बासमती चावल के साथ ही धान की कीमतों में और मंदा आने का अनुमान है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले महीने अप्रैल में बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 3,89,406 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में इसका निर्यात 3,36,769 टन का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रौपाई 9.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 9.40 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। अभी तक गैर-बासमती चावल की रौपाई ही शुरु हुई है, पंजाब और हरियाणा में पूसा 1,121 बासमती धान और पूसा-1,509 पूसा की रौपाई जुलाई में शुरु होगी।.......... आर एस राणा
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